कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह
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विशेष संवाददाता, बरेली। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को बरेली के सीएमओ को जमकर फटकार लगायी। साथ ही आंवला के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) और उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को निर्देश दिये कि वे तहसील क्षेत्र के एक-एक स्कूल को गोद लें और रोजाना एक घण्टा वहां बच्चों के साथ बितायें। इतना ही नहीं अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘‘अरिल नदी के पुनर्रुद्धार’’ को लेकर भी समीक्षा की। इसके लिए सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को नोडल अधिकारी बना दिया।

शनिवार को बरेली लाइव से बातचीत करते हुए सचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘‘अरिल नदी का पुनर्रूद्धार’’ को लेकर हुई इफको गेस्ट हाउस अधिकारियों के साथ गहन मंत्रणा की। बताया कि अरिल नदी के प्रोजेक्ट में कार्य प्रगति बहुत धीमी थी, इसके लिए अधिकारियों को चेताया गया। इस प्रोजेक्ट में सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

अरिल नदी की पैमाइश को लगेंगे ड्रोन कैमरे

धर्मपाल सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट से करीब 135 किलोमीटर लम्बी अरिल नदी फिर जीवित हो जाएगी। इसकी खोज और पैमाइश के लिए ड्रोन कैमरे लगाये जाएंगे। इससे इसकी लम्बाई और चौड़ाई वास्वविक रूप ज्ञात हो सकेगी। बताया कि अरिल नदी के पुनर्जीवित होते ही सम्भल बदायूं, चन्दौसी और आंवला क्षेत्र के किसानों को बहुत लाभ होगा। साथ ही लगातार गिर रहा भूगर्भ जलस्तर भी बढ़ेगा। इससे सैकड़ों गांवों के किसानों को विशेष लाभ होगा। बता दें कि कुछ माह पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी राघवेन्द्र विक्रम सिंह ने लोहारी गांव के समीप से गुजर रही अरिल नदी पर स्वयं फावड़ा चलाकर इसके जीर्णोद्वार हेतु कार्य प्रारम्भ किया था परन्तु बाद में यह कार्य कुछ समय बाद रूक गया।

सिंचाई विभाग का मुख्यालय बरेली में

सिंचाई मं़ंत्री धर्मपाल िंसह ने कहा कि हरिद्वार में बना सिंचाई विभाग का मुख्यालय अब बरेली में शिफ्ट करके निरन्तर कार्यरत है। इसके चलते इस परियोजना में अतिशीघ्र और तीव्र गति से कार्य हो सकेगा।

सीएमओ को फटकार – बुखार काबू होने तक गांव में करें कैम्प

सिंचाई मंत्री ने बताया कि आंवला क्षेत्र पिछले कई दिनों जानलेवा बुखार की चपेट में है। आलमपुर जाफराबाद, रामनगर और मझगवां के हालात काबू नहीं हो रहे हैं। अनेक लोग इस बुखार की चपेट में आकर मौत के मुंह में जा चुके हैं। सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि इसको लेकर उन्होंने सीएमओ को बुलाकर कड़ाई से क्षेत्र में बीमारी से निपटने के उपाय करने को कहा है। बताया कि जब तक इस जानलेवा बुखार को नियंत्रित नहीं कर लिया जाता, सीएमओ इन तीन ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में चिकित्सा शिविर लगाये और वहां उपस्थित रहकर लोगों का इलाज करें। शेष गांवों में अपनी मेडिकल टीम से कैम्प करवायें।

सीओ और एसडीएम पढ़ायेंगे स्कूल के बच्चों को

सिंचाई मंत्री ने बताया कि उन्होंने एसडीएम आंवला और पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) आंवला से कहा है कि क्षेत्र के किसी एक-एक सरकारी स्कूल को गोद लें। साथ ही वहां प्रतिदिन एक घण्टा बच्चों को पढ़ायें और उनके साथ बितायें। श्री सिंह ने कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा। साथ ही बच्चों का मानसिक विकास और अधिक अच्छी तरह से होगा।

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