बरेली, 23 दिसम्बर। हज़रत शाह मौलाना शराफत अली मियां के 48वें उर्स के आखिरी दिन बुधवार को सुबह कुल शरीफ की रस्म अदा की गयी। इसी के साथ उर्स सम्पन्न हो गया। कुल की रस्म में देश विदेश से आये जायरीनों ने दरगाह पर पहंुचकर अमनो अमान की दुआ की। इसके बाद साहिबे सज्जादा शाह मो. सकलैन मियां ने मुल्क व कौमोमिल्लत की सलामती के लिए खुशूसी दुआएं कीं और तमाम अकीदतमंद जायरीनों के हक में भी दुआएं कीं।
आखिरी दिन के कार्यक्रम की शुरूआत बाद नमाजे फज्र कुरानख्वानी से हुई और जैसे-जैसे कुल शरीफ की रस्म का समय नजदीक आया। दरगाह के चारों तरफ के रास्ते अकीदतमंदों की भीड़ से भरते चले गये। इससे पूर्व सुबह 8 बजे दरगाह के मेहमानखाने में तकरीर का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मिस्र से पढ़कर आये मौलाना मुफ्ती फहीम सकलैनी अजहरी ने कहा कि आज मुसलमानों को पूरे मुल्क में कमजोर व बदनाम करने के लिए इस्लाम विरोधी ताकतें साजिशें और कोशिश कर रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि मुसलमान अल्लाह पर यकीन रखते हुए सब्र से काम ले।
इस अवसर पर हाजी गाजी मियां सकलैनी, मुमताज मियां, मुन्तखब मियां, मुनीपफ सकलैनी, हाजी अतीफ कुरैशी आपफताब आलम ने उर्स के आयोजन में सहयोग करने वाले सभी लोगों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।