लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण जिन बच्चों के माता-पिता का देहांत हो गया है, उनके भरण-पोषण सहित सभी तरह की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला बाल विकास विभाग को इस बारे में तत्काल विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें कोरोना के कारण पति-पत्नी दोनों की मौत हो गई है। इस कारण बच्चों की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा। ऐसे में यह फैसला उन बच्चों के लिए राहत भरा साबित होगा जो कोरोना की वजह से अनाथ हो गए हैं।
“कोविड-19 महामारी के बीच अनाथ अथवा निराश्रित हुए बच्चे राज्य की संपत्ति हैं। कोविड के कारण जिन बच्चों के माता-पिता का देहांत हो गया है, उनके भरण-पोषण सहित सभी तरह की जिम्मेदारी राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग इस संबंध में तत्काल विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।
-योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
देश में सबसे कम पॉजिटिविटी दर
सख्त कोरोना कर्फ्यू, लगातार ट्रेसिंग और टेस्टिंग के चलते उत्तर प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी दर देश में सबसे कम हो गई है। देश के विभिन्न राज्यों में पिछले सप्ताह की कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर पर नज़र डालें तो उत्तर प्रदेश की स्थिति सबसे बेहतर है। 10 से 16 मई तक जहां अन्य राज्यों में पॉजिटिविटी दर औसतन 25 से 30 प्रतिशत थी, वहीं उत्तर प्रदेश में यह महज 6.67 प्रतिशत के करीब थी। इस तरह प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों में 56 प्रतिशत की कमी आई है। मंगलवार को रिकवरी दर 90.6 प्रतिशत हो गई जबकि केस पॉजिटिविटी दर 3.12 प्रतिशत रही है। इस सप्ताह के शुरुआती दो दिनों में रविवार को पॉजिटिविटी दर 3.99 प्रतिशत जबकि सोमवार को 3.60 प्रतिशत थी।