लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कोरोना महामारी के कारण निराश्रित हुईं महिलाओं की आजीविका के लिए नई योजना लाने जा रही है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने महिला एवं बाल विकास विभाग को ऐसी महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की तर्ज पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

बुधवार को कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि निराश्रित महिला पेंशन के लिए अर्ह महिलाओं को पेंशन वितरण के लिए ब्लॉक और न्याय पंचायत स्तर पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएं। राजस्व विभाग ऐसी महिलाओं को प्राथमिकता के साथ नियमानुसार पारिवारिक उत्तराधिकार लाभ दिलाना सुनिश्चित करे। ओल्ड एज होम में निवासरत वृद्धजन की जरूरतों और समस्याओं का त्वरित संज्ञान लिया जाए। इनके पारिवारिक विवादों का समाधान कराया जाए। इनके स्वास्थ्य की बेहतर ढंग से देखभाल की जानी चाहिए।

सभी नागरिक त्वरित मिले स्वास्थ्य सुविधाएं

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि सभी नागरिकों को त्वरित और गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा संकल्पित भाव के साथ प्रयास किये जा रहे हैं। विकास खंड स्तर पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों की संख्या और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। वर्तमान में प्रदेश में 18 हजार से अधिक स्वास्थ्य उपकेंद्र संचालित हैं। जुलाई में 5,000 नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने सभी जिलों की सीएचसी और पीएचसी में उपकरणों की मरम्मत, क्रियाशीलता, परिसर की रंगाई-पुताई, स्वच्छता और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में प्रक्रिया और तेज की जाए।

ढाई लाख से ज्यादा कोविड टेस्ट में मिले 165 नए केस

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। विगत 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 57 हजार 818 कोविड टेस्ट किए गए। इसी अवधि में संक्रमण के 165 नए मामले आए हैं जबकि 292 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं। 1,810 लोग होम आइसोलेशन में हैं। राज्य में वर्तमान में 2,796 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 80 हजार 720 हो चुकी है। कोविड रिकवरी दर 98.5 प्रतिशत है। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ 78 लाख 44 हजार 27 कोरोना टेस्ट हो चुके हैं।

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