लखनऊ। पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रहे पुलिसकर्मी तेजी से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक 64 पुलिसकर्मियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 2 की मौत ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अपने दो जांबाजों की मौत से सबक लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर रेड जोन के हॉट स्पॉट में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए पीपीई किट (PPE Kit) पहनना अनिवार्य कर दिया है। पुलिसकर्मियों को सभी सुरक्षा उपकरण व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कानपुर में तैनात महिला आरक्षी हालांकि एक माह से मेडिकल अवकाश पर थीं। बताया गया कि इस महिला पुलिसकर्मी ने बीती दो मई को बच्चे को जन्म दिया था। अस्पताल में एक परिवारीजन से उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ और उनकी 5 मई को मृत्यु हो गई। आगरा में एंटी रोमियो स्क्वाड में तैनात सिपाही की 1 मई को बीमारी से मृत्यु हुई थी और इसके दो-तीन बाद आई टेस्ट रिपोर्ट से पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव थे। राज्य में 62 अन्य पुलिसकर्मी कोरोना के संक्रमण से लड़ रहे हैं। इनमें कानपुर में सबसे अधिक 24 और फीरोजाबाद में 17 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है कि रेड जोन के हॉट स्पॉट में तौनात किए गए पुलिसकर्मी पीपीई किट जरूर पहनेंगे। उन्होंने सभी एसएसपी व एसपी को जवानों के बीच जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी करने व पुलिसकर्मियों को सभी सुरक्षा उपकरण व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। डीडीपी ने बताया कि 10 हजार और पीपीई किट का ऑर्डर भी दिया गया है। अस्पतालों व अन्य प्रमुख स्थानों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को फेस शील्ड व अन्य उपकरण का इस्तेमाल हर हाल में करने को कहा गया है। पुलिस के सभी कार्यालयों और थानों का नए सिरे से सैनिटाइजेशन कराने का निर्देश भी दिया गया है।