बरेली@BareillyLive. छत्तीसगढ़ से लौटते समय सम्पर्क क्रान्ति ट्रेन के एसी-2 कोच से बरेली के निवासी दम्पति के लाखों के जेवर और नकदी से भरा बैग चोरी कर लिया गया। पुलिस में रिपोर्ट कराने के बाद केवल आश्वासन ही मिला है। ऑनलाइन की गयी शिकायत को बिना कोई समाधान दिये बंद कर दिया गया है। दम्पति ने प्रधानमंत्री, रेलमंत्री, पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई की मांग करते हुए चोरी गया सामान बरामद कराने की गुहार लगायी है।
घटनाक्रम के अनुसार बरेली निवासी शिक्षिका पारुल चन्द्रा अपने पति आशीष एवं बच्चों के साथ किसी पारिवारिक विवाह समारोह में छत्तीसगढ़ गयीं थीं। बीती एक फरवरी को वह सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस ट्रेन के एसी सेकेण्ड क्लास के कोच में यात्रा करते हुए बरेली लौट रही थीं। रात करीब ढाई बजे से पांच बजे के बीच कहीं चोरों ने उनका गहनों और नकदी से भरा बैग चुरा लिया।
निजामुद्दीन जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज
पारुल ने बताया कि ढाई बजे तक वे लोग जाग रहे थे। इसके बाद उनकी आंख लग गयी। सुबह पांच बजे के करीब जब उनकी आंख खुली तो उनका बैग गायब था। रेलवे के कोच सहायक, बगल की सीट पर सो रहे टीटीई से पूछा लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। कोच में सुरक्षा गार्ड था ही नहीं। उन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन पहुंचकर जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी।
पारुल ने बताया कि वहां हम लोग अकेले नहीं थे। कई महिलाएं थीं जो मेरी तरह की शिकायत दर्ज कराने आयी हुईं थीं। वे अलग-अलग कई ट्रेनों से थीं। पुलिस ने किसी तरह रिपोर्ट जो दर्ज की लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गयी। पारुल के अनुसार पुलिस का कहना है कि कोच में सीसीटीवी कैमरा नहीं है। तीन घण्टे के रात के सफर के बीच की घटना में अपराधी को पकड़ा बहुत मुश्किल है।
इसके बाद इन्होंने ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करायी। तो फोन तो कई आये, कार्रवाई करते हैं के आश्वासन से साथ लेकिन शिकायत को बंद कर दिया, बिना कोई समाधान दिये।
ये सामान गया चोरी
सोने के कुण्डल, सोने की तीन अंगूठी, चांदी की पायल, पचास हजार रुपये नकद, साथ में एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, विवाह से सगुन में मिले रुपये आदि के लिफाफे आदि। इसमें सोने के आभूषण करीब साढ़े चार तोले के थे। कुल मिलाकर साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक का सामान एवं आवश्यक कागजात से भरा बैग चोरी चला गया है।
रेलवे प्रशासन को चोरी की घटना की सूचना एवं त्वरित कार्यवाही हेतु अनुरोध :
दिनांक [01/02/2025] को मैं संपर्क क्रांति छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन संख्या [12823 नंबर] के AC-2 कोच में यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान,अज्ञात चोरों द्वारा मेरा बहुमूल्य सामान चोरी कर लिया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लाखों रुपये है।
सरकार द्वारा किए गए सभी सुरक्षा वादे पूर्णतः खोखले साबित हुए। यात्रियों की सुरक्षा के लिए न तो कोच में CCTV निगरानी प्रणाली उपलब्ध थी, और न ही प्लेटफार्म पर लगे कैमरे कार्यरत थे, जैसा कि आगरा RPF टीम द्वारा बताया गया। इसके अतिरिक्त, ट्रेन में सुरक्षा गार्ड भी नियुक्त नहीं थे, और TC एवं अटेंडेंट भी सहायता करने के लिए तत्पर नहीं थे।
मैंने रेल मदद पोर्टल (139) पर भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इसे यह कहते हुए बंद कर दिया गया कि चोरी के मामलों की जाँच GRP (Government Railway Police) के अधिकार क्षेत्र में आती है। छत्तीसगढ़ RPF ने मुझे हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर FIR दर्ज कराने की सलाह दी, लेकिन जब मामला दिल्ली GRP टीम तक पहुँचा, तो इसे आगरा मंडल को भेज दिया गया। इसके बावजूद, आगरा मंडल ने बिना किसी ठोस कार्यवाही के शिकायत को बंद कर दिया।
अब तक इस गंभीर घटना को लेकर किसी भी प्रशासनिक इकाई से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।
मैं आशा करता हूँ कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर विषय पर शीघ्र संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाएगा। कृपया इस संबंध में हुई प्रगति की जानकारी मुझे यथाशीघ्र प्रदान करें।
सामान की सुचना मिलने पर नीचे दिए मोबाइल पर सम्पर्क करें:
आशीष भरतवाल
8881153151
सरकार द्वारा किए गए वादे पूर्णता खोखले साबित हो रहे हैं,
द्वितीय श्रेणी के कोच में ना सुरक्षा गार्ड हैं और ना ही सीसीटीवी कैमरा हैं। समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है, मदद तो बहुत दूर की बात हो गई…. सब टाल मटोल कर रहे हैं।
प्रथम श्रेणी और द्वितीय श्रेणी में इस तरह की वारदात होना अपने आप में प्रश्न चिन्ह है। सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन जिसके सीमित स्टॉपेज हैं…. कोई ज्यादा आवा-जाही नहीं है… उसके बाद यह हुआ है तो अंदर खाने एक बड़ा खेल चल रहा है।