बरेली। उत्कर्ष ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश द्वारा पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर की स्मृति में मंगलवार रात्रि ऑनलाइन सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की ललित कलाओं की विविध विधाओं के वरिष्ठतम कलाकारों को अकादमी द्वारा स्थापित विष्णु श्रीधर वाकणकर राष्ट्रीय सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कार भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बांकेलाल गौड, राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के अध्यक्ष उत्तम परांजय और भारतीय ऐतिहासिक शोध परिषद के राष्ट्रीय सचिव डॉ कुमार रत्नम रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री श्यामजी ने की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्कार भारती द्वारा प्रकाशित कला कुंज पत्रिका के सम्पादक पद्मकांत शर्मा रहे। उन्होंने वाकणकर की महान ऐतिहासिक खोजों पर प्रकाश डालते हुए अकादमी के प्रयासों को सराहा।
सम्मानित कलाकारों में कला क्षेत्र में लखनऊ से डॉ सुनील सक्सेना, प्रयागराज से डॉ श्याम बिहारी अग्रवाल, गोरखपुर से डॉ सतेन्द्र सिंह, अलीगढ से डॉ अनुसूइया सिंह, बनारस से डॉ प्रेमचंद विश्वकर्मा, आगरा से डॉ सरोज भार्गव एवं डॉ शिवेंद्र सिंह, नोएडा से डॉ दुष्यंत सक्सेना, मुजफ्फरनगर से डॉ महवीर सिंह शामिल हैं। संगीत क्षेत्र में लखनऊ से डॉ पूर्णिमा पाण्डेय एवं डॉ सृष्टि माथुर, बरेली से डॉ शोभा कुदेशिया और आगरा से लवली शर्मा कौ सम्मानित किया गया।
कला के उन्नयन के लिए समर्पित कलाकारों आकाशवाणी लखनऊ की निदेशक डॉ मीनू खरे, अयोध्या से एसवी प्रजापति और गाजियाबाद से डॉ. रूपनारायण बाथम को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्यामजी शर्मा ने कहा कि देश की ललित कलाओं को संरक्षित करने की जिम्मेदारी केवल सरकारों की ही नहीं बल्कि हम कलाकारों की भी है। उत्कर्ष ललित कला अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र सिंह पुंढीर ने बताया कि इस अकादमी की स्थापना उन्होंने प्रदेश के सभी स्वतंत्र कलाकारों, भले ही वे ललित कला की किसी भी विधा से हों, को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से की हैय़ डॉ. कुमार रत्नम ने देश की सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षित करने के लिए ऐसी संस्थाओं का उभरना एक शुभ संकेत बताया।
सम्मान चयन समिति की संयोजिका डॉ साधना सिंह रहीं। कार्यक्रम की रूपरेखा अकादमी की सचिव स्मिता तिवारी ने बनाई। संचालन अकादमी के सह सचिव एवं उपाध्यक्ष क्रमशः डॉ रजनीश गौतम एवं डॉ वन्दना वर्मा ने किया।
अकादमी की कोषाध्यक्ष ममता दीक्षित, डॉ हेमलता अग्रवाल अलीगढ, डॉ बिंदु अवस्थी आगरा, डॉ सूरज शाहू बरेली, डॉ अनु महाजन बरेली, डॉ पियूष कुमार मुजफ्फरनगर, डॉ ऊषा सिंह मेरठ, गिरीश तिवारी लखनऊ, डॉ दीपा रॉय सिक्किम, डॉ विजय बहल दिल्ली, डॉ पूर्णिमा पाण्डेय लखीमपुर खीरी. आशीष कुमार पाण्डेय गोला गोकर्णनाथ, डॉ अभिलाषा चौधरी, कवि प्रदीप वैरागी शाहजहांपुर एवं प्रदेश के विविध कला एवं संगीत विश्वविद्यालयों के प्रवक्ता एवं छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया।