water crisesआँवला (बरेली)। जल ही जीवन है लेकिन आंवला तहसील क्षेत्र में इसी जीवन पर संकट आ रहा है। जैसे-जैसे सूर्य का पारा चढ़ रहा है क्षेत्र में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। लोग परेशान हैं लेकिन जिम्मेदार पालिका प्रशासन फिलहाल उन्हें राहत दे पाने में नाकाम रहा है।

बीते लगभग तीन सप्ताह से लोग भारी पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। करीब 20 दिनों पहले पालिका ने एनाउंसमेण्ट किया था कि टयूबबैल खराब होने के कारण एक-दो दिनों तक पानी की किल्लत रहेगी। अब लगभग तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। ऐसे में लोग बेहाल हैं।

बता दें कि समूचे आंवला में 24 घंटे में केवल एक घंटा ही पानी की सप्लाई पालिका द्वारा सुबह के समय दी जा रही है। ऐसे में जिन घरों में मोटर लगा हुआ है वह अपने टेंक आदि में पानी स्टोर कर लेते हैं। लेकिन जिन घरो में यह सुविधा नहीं है वहां दिन जलसंकट की स्थति उत्पन्न हो गई है। ये हालात नगर के लगभग सभी 25 वार्डों के हैं।

क्या बोले जिम्मेदार

सभासद, अमर मौर्य का कहना है कि पालिका चेयरमैन विधानसभा घूमने में लगे हुए हैं। समूची विधानसभा में रात्रि चौपाल लगाने से ही उन्हें फुर्सत नहीं है जो वह नगर की जनता की समस्याएं सुनें। जबकि जनता ने उन्हें नगर के लिए पालिकाध्यक्ष चुना है।

पूर्व चेयरमैन सैयद आबिद अली का कहना है कि हमने अपने कार्यकाल में जितने टयूबबैल बनवाए थे यदि उनका ही रखरखाव सही से किया जाता तो आज यह जल संकट की स्थिति उत्पन्न नहीं होती।

पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना ने इस बारे में कहा कि हम निरन्तर सभासदों के साथ बैठक कर रहे हैं। शीघ्र ही इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा।

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