बदायूं। मानवाधिकार संरक्षण मंच के तत्वाधान में बंग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले और अत्याचार के विरोध में बदायूं क्लब में जनसभा व धरना प्रदर्शन किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानन्द ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले और अत्याचार से प्रत्येक भारतीय का मन व्यथित है। हाल ही में बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिरों और घरों पर हमले, हिंसा और उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है हमारे पड़ोसी देश में हिन्दुओं और अल्पसंख्यकों को इस तरह की प्रताड़ना झेलनी पड़ रही हैं। बांग्लादेश में हिन्दूओं के साथ हुई हिंसक घटनाएं और उनके मौलिक अधिकारों का हनन अत्यंत चिंताजनक है। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार नहीं सहेंगे।
प्रान्त संगठन मंत्री विश्व हिंदू परिषद राजेश ने कहा कि बांग्लादेश में कई ऐसी घटनाएं हुईं जो दर्शाती हैं कि बांग्लादेश में संविधान का गला घांटा जा रहा है और हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है।
बांग्लादेश में कई हिन्दू मंदिरों पर हमले हुए हैं जिनमें मूर्तियों को तोड़फोड़़ कर अपमान व आगज़नी, उनकी सम्पत्ति लूटी गई।
समाजसेवी विशाल ने कहा हिन्दू समुदाय के लोगों पर हिंसा और हमले हुए हैं और कई लोगों की हत्या भी की गई है। 1500 हिन्दू शिक्षकों को अपनी नौकरी से त्याग पत्र देना पड़ा। हिंदू समुदाय के लोगों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला जा रहा है। और पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
धरना प्रदर्शन में नागरिकों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जिसमें प्रमुख रूप से -“हो गई कट्टरता की हद पार, जबसे बांग्लादेश में आई यूनुस सरकार“
- “बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले, बन्द करो- बन्द करो“
- “पीड़ित अल्पसंख्यक करे पुकार, कहां गये मानवाधिकार“
- “बहुत हुआ हिन्दुओं पर अत्याचार, होश में आओ यूनुस सरकार“
- “हर हिन्दू का ये आवाह्न, कट्टरपंथी सावधान“
इस मौके पर मानवाधिकार संरक्षण मंच के संरक्षक प्रेमस्वरूप पाठक, संयोजक जोगपाल सिंह, प्रख्यात कथावाचक रवि समदर्शी, प्रभुदास प्रवीन जी महाराज, नीरज रस्तोगी, राजीव कुमार गुप्ता, महेश चंद्र गुप्ता, हरीश शाक्य, राजीव कुमार सिंह, जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र शाक्य, अंकित पटेल, सत्यप्रकाश, जगजीवन राम, घनश्याम, मुकेश वर्मा, विजयरत्न फौजी, नितिन कमठाना, सीमा रानी, दीपमाला गोयल, जया साहू, शैलेन्द्र मोहन शर्मा सहित हजारों भारतीय नागरिक उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति को संज्ञान लेने के लिए डी एम को सौंपा ज्ञापन
- बदायूं। बांग्लादेश सरकार हिन्दुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को तुंरत रोके और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे।
- बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाले ताकि हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और उन्हें अपने धर्म और संस्कृति का पालन करने की स्वतंत्रता मिले।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर ध्यान दे और बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति में सुधार के लिए ठोस कदम उठाये।
- महामहिम राष्ट्रपति, बांग्लादेश में हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक मजबूत कदम उठायें।