बरेली। इस बार मौसम आये दिन लोगों को चौंका रहा है। रविवार दोपहर एक बार फिर अचानक मौसम ने करवट ली। दोपहर तक खिली धूप के बाद करीब 2 बजे आसमान को काले बादलों ने ढक लिया। इन घनघोर काली घटाओं से भरी दोपहरी में रात का आभास होने लेगा। वाहन चालक हैडलाइट ऑन कर चलने को मजबूर हो गये। फिर तेज आंधी ने जनजवीन अस्त व्यस्त कर दिया। फिर बादलों ने बरसकर मौसम को और ठण्डा कर दिया।
आंधी इस कदर तेज थी कि अनेक पेड़ और होर्डिंग्स धराशायी हो गये। पुलिस वालों के सड़कों पर लगाये गये बैरियर और तंबू उखड़ गये। इस आंधी-बारिश से पारा भले ही गिर गया हो, उसी के साथ आम की फसल को भी खासा नुकसान होने की आशंका भी बन गयी।
ठप हुई विद्युतापूर्ति, गिरे पेड़
तेज आंधी के कारण बरेली शहर के पुराना शहर, कांकरटोला, राजनगर, सतीपुर, आजाद नगर समेत अनेक इलाकों की बिजली गुल हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहर में कई जगह पेड़ गिरने की सूचना है। सैटेलाइट बस स्टैंड के अलावा बीसलपुर चौराहे पर पुलिस के बैठने के लिए डाला गया शेड उड़ गया। सड़क किराने लगे होर्डिंग्स भी तेज हवा का दबाव नहीं झेल सके और गिर पड़े।
सोमवार को भी आ सकती है आंधी-बारिश
मौसम निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, सोमवार को भी जिले में धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का असर तीन दिनों तक रहेगा। कहीं-कहीं ओलावृष्टि की आशंका भी जताई है। उन्होंने किसानों से जल्दी से जल्दी फसलों की कटाई पूर्ण करने की अपील की है।