अनलॉक की शुरुआत हो चुकी है। मानसून का मौसम भी आ गया है पर कार बनाने वाली कंपनियों की परेशानी खत्म नहीं हो रही है। इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ रहा है।
कार कंपनियों की पहली परेशानी यह है कि लॉकडाउन में उनके कई प्लांट बंद हो गए थे। इनमें से कुछ अभी तक शुरू नही हो पाए हैं। दूसरे कारण से तो वे पहले लॉकडाउन (2020) के समय से परेशान हैं। दरअसल कोई भी कार कंपनी अपनी कारों के पार्ट्स (कल-पुर्जों) के लिए कई और कंपनियों (वेंडर्स) पर निर्भर रहती है। ऐसी कई कंपनियां पिछले लॉकडाउन के समय से ही मजदूरों की कमी जूझ रही हैं।
इन दोनों कारणों की वजह से बाजार में मुख्यतः कारों की सप्लाई में कमी आ गई है। इस कारण कंपनियां कारों पर मिलने वाले डिस्काउंट में कटौती कर रही हैं। इस कारण आपको नई कार खरीदने पर ज्यादा रकम ढीली करनी पड़ रही है।
अब हम आपको बताते हैं कि कैसे आप अपनी नई कार खरीदने पर उसकी कीमत कम कर सकते हैं। इसके बारे में आपको सामान्य रूप से कोई भी कार बेचने वाली डीलरशिप जानकारी नहीं देती है।
पहली बात, आपकी कार की ऑन रोड कीमत की 4% कीमत आपकी कार का बीमा होता है। कार लेने से पहले इसके बारे में जानकारी लेकर आप ऑनलाइन कंपनी से सीधा बीमा पॉलिसी लेकर नई कार की बीमा की लागत पर 15 से 20% तक बचा सकते हैं। यह करते समय आप नकदी रहित क्लेम और आपके घर के पास वाली कार सर्विस डीलर को बीमा कंपनी के नेटवर्क लिस्ट में भी चेक कर लें। ऐसा इसलिए कि अगर आपको किसी कारण क्लेम लेना पड़े तो दावा करते समय परेशानी नहीं होगी।
दूसरी बात, अगर आप अपनी पुरानी कार को बेच कर नई कार ले रहे हैं और आपने अपनी पुरानी कार की पॉलिसी पर कोई क्लेम नहीं लिया है तो बीमा कंपनी आपकी नई कार के बीमा के ऑन डैमेज प्रीमियम पर आपको 20% और उससे ज्यादा का डिसकाउंट देती है।
अगर आप कार खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आप नई कार खरीदते समय कम से कम 5 से 10 हजार रुपये अतिरिक्त रूप से बचा सकते हैं।
तपेश तिवारी
(लेखक बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स टेक्नालॉजी कंपनी ड्रूम में वरिष्ठ निदेशक हैं)