पति एवं डॉक्टर ने एक दूसरे के खिलाफ उझानी कोतवाली में दी गई तहरीर
#BareillyLive, बदायूं। बदायूं जिले में चिकित्सीय लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। घटना उझानी कोतवाली क्षेत्र की है। एक गर्भवती महिला तबियत बिगड़ने पर आशा कार्यकत्री के साथ निजी अस्पताल पहुंची, जहां उसका गर्भपात कर दिया गया।
बदायूं जिले की उझानी कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में गांव गठौना निवासी ईशाक अहमद पुत्र सुल्तान अहमद ने कहा है कि गत 2 मार्च को उसकी गर्भवती पत्नी नगीना की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। इस पर वह गांव की आशा के साथ बाइपास हाइवे स्थित निजी अस्पताल में दिखाने पहुंची थी। वहां मौजूद डाक्टर ने उसका गर्भपात कर दिया। पति का आरोप है कि गर्भपात के दौरान अप्रशिक्षित डॉक्टर और स्टाफ के चलते उसकी पत्नी की आंतों पर किसी औजार आदि का दुष्प्रभाव हो गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
पति का आरोप है कि डॉक्टर ने अस्पताल में हालत बिगड़ने पर उसका इलाज बदायूं के किसी अस्पताल में कराने के बजाय रामपुर जनपद के लिए रैफर कर दिया। लेकिन उसने अपनी पत्नी का इलाज बदायूं के एक अस्पताल में कराना शुरू कर दिया है। पति ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इधर आरोपी डाक्टर ने भी पुलिस को तहरीर देकर महिला के पति व अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया है।
यहां बताते चलें कि उझानी क्षेत्र में तमाम अप्रशिक्षित लोगों ने अस्पताल खोल लिये हैं। बताते हैं कि इन अस्पतालों में जब गंभीर मरीज इलाज को पहुंचते हैं तब ये अप्रशिक्षित डॉक्टर और स्टाफ उनका इलाज तरीके से नहीं कर पाते, जिससे मरीजों की जान पर बन आती है। स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर से आंखें मूंद रखी हैं, इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।