BareillyLive: माध्यमिक शिक्षा विभाग, बरेली के अंतर्गत राजकीय ज़िला पुस्तकालय में राजा राममोहन राय की २५० वीं जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण जागरूकता गोष्ठी एवं रैली का आयोजन किया गया। रैली में राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, राम भरोसे लाल गर्ल्स इ0 कालेज, कस्तूरबा नगर निगम गर्ल्स इ० कॉलेज, मैथोडिस्ट गर्ल्स इ० का० तथा इस्लामिया गर्ल्स इ० का० की २५० छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जागरूकता गोष्ठी की अध्यक्षता महापौर डा० उमेश गौतम ने की जबकि मुख्य अतिथि मंडलायुक्त श्रीमती संयुक्ता समद्दार रहीं तथा ज़िलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी विशिष्ट अतिथि रहे। गोष्ठी का संचालन प्रधानाचार्य राजकीय मॉडल इण्टर कॉलेज डा० अवनीश यादव द्वारा किया गया। कार्यक्रम की प्रारंभिक औपचारिकताओं के उपरांत अतिथियों का स्वागत करते हुए ज़िला विद्यालय निरीक्षक बरेली सोमारु प्रधान द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि राजा राम मोहन राय जी द्वारा महिला शिक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपने समय में बहुत उल्लेखनीय प्रयास किए गए थे। इसी प्रकार के प्रयासों का नतीजा है कि आज बालिका शिक्षा व नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। राजा राममोहन राय जी की वीं जयंती के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा नारी शिक्षा व सशक्तिकरण हेतु श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आज की गोष्ठी व रैली उन्हीं आयोजनों की एक कड़ी है ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर डा० उमेश गौतम ने छात्राओं से रूबरू होते हुए स्वामी विवेकानंद के जीवन प्रसंग से जोड़ा तथा जीवन में बड़ा लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति हेतु जी जान से जुट जाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं मंडलायुक्त श्रीमती संयुक्ता समद्दार ने अपने उदबोधन में कहा कि लम्बे कोरोना पीरियड के बाद शिक्षा में विद्यालयों में ही नहीं बल्कि आम व्यवहार में भी तकनीक का दख़ल बढ़ा। ऑनलाइन शिक्षण से बच्चे मोबाइल के अधिक सम्पर्क में आये जो धीरे धीरे एडिक्शन बन गया। बच्चों को इस स्थिति से बचने की आवश्यकता है। विद्यार्थी जीवन निर्माण का समय होता है। इसलिए ज़रूरी है कि सोशल मीडिया के प्रयोग को मिनिमाइज़ करते हुए अपने लक्ष्य पर केंद्रित होकर अपने सपनों को प्राथमिकता दें तथा साकार करें। आयुक्त महोदया द्वारा इस अवसर पर साइबर क्राइम तथा उससे निबटने के तरीक़ों पर भी छात्राओं को जागरूक किया गया ।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित ज़िलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने अपने सम्बोधन में राजा राम मोहन राय को सामाजिक चेतना का अग्रदूत बताते हुए उनके द्वारा समाज सुधार की दिशा में दिए गए योगदान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने राजा राम मोहन राय पुस्तकालय न्यास के गठन और पुस्तकालय के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विशेष कार्यों का भी उल्लेख किया। छात्राओं से संवाद स्थापित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी बच्चे के जीवन में शिक्षार्जन का समय लाइफ़ चेंजिंग एक्सपीरिएँस होता है। इस समय पर शिक्षकों का उचित मार्गदर्शन विद्यार्थियों के जीवन की दिशा और दशा बदलने का काम करता है। इसलिए सभी विद्यार्थियों को यह प्रयास करना चाहिए कि वे वह कार्य करें जिनसे अपने जीवन में वह सब प्राप्त हो जो उनका सपना है, ज़िलाधिकारी महोदय द्वारा छात्राओं से मोबाइल साक्षरता और प्रोटोकॉल पर भी चर्चा की गई।

कार्यक्रम के अगले चरण में तीनों अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली को रवाना किया गया। रैली राजकीय ज़िला पुस्तकालय से प्रारम्भ होकर ज़िला पंचायत क्षेत्रीय कार्यालय बोर्ड तथा नावल्टी चौराहे से होती हुई राजकीय ज़िला पुस्तकालय पर समाप्त हुई। कार्यक्रम में एडीएम सिटी, पुस्तकालयाध्यक्ष आर० के० शाक्य, बृजेश गोस्वामी, श्रीमती श्वेता उपनिरीक्षक संस्कृत पाठशालाएँ, जसवंत सिंह, श्रीमती अनु पाराशरी, श्रीमती कुसुम राजपूत, नईम अहमद, एस० सी० डोभाल, कृष्ण स्वरूप सक्सेना, डा० हरमिंदर सिंह, डा० राजेश सक्सेना, श्री अविनाश, श्री महावीर, श्रीमती बबिता शर्मा, श्रीमती ममता कुलपद, श्रीमती किरण, श्रीमती सबा, प्रणय कुमार, संजीव गुप्ता, ख़ुशी राम आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।

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