करोड़ों की लकड़ी और ज़री योजनाओं का लोकार्पण करोड़ों की लकड़ी और ज़री योजनाओं का लोकार्पण
बरेली, 07 जून।
प्रदेश के निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने मंगलवार को औद्योगिक सामानों की गुणवत्ता सुधार, व निर्यात प्रोत्साहन के लिए लगभग 50 करोड की लागत की चार परियोजनाओं का लोकार्पण किया।

इनमें दो परियोजनाएं बरेली तथा दो रामपुर में स्थापित है। इनमें बरेली में कामन फेसिलिटी सेंटर फार वुड ट्रेनिंग एण्ड प्रोडक्ट्स डवलपमेंट की परियोजना है। इस परियोजना की कुल लागत 14 करोड़ 57 लाख रुपये है। बरेली में लकडी का कार्य बडे स्तर पर होता है इस परियोजना से बुडन कार्य करने वाली इकाइयो को लाभ होगा। बरेली में लगभग 10 हजार आर्टिजन वुडन फर्नीचर पर नक्काशी का कार्य करते है। इसमें आर्टीजन को प्रशिक्षण, कच्चा माल की उपलब्धता, वुड सीजनिंग सुविधा आदि मिलेगी।

दूसरी परियोजना डिजाइन डवलपमेंट एण्ड ट्रेनिग सेंटर फॉर जरी जरदोजी ग्राम हरदुआ नबावगंज में स्थापित की गई है। इस पर 12 करोड 50 लाख रुपये की लागत आयी है। बरेली में जर जरदेजी से लगभग 2 लाख कारीगर जुड़े हैं। इस परियोजना में कारीगरो का प्रशिक्षण, डिजाइन, पैकेजिंग कार्य, निर्यात प्रोत्साहन आदि सुविधाएं दी जायेगी।

ajmera institute of media studies, bareillyरामपुर में 11 करोड़ की लागत से स्थापित मार्डनाइजेशन आफ कटलरी परियोजना का लोकार्पण किया गया। लगभग तीन लाख कारीगर कटलरी कार्य में लगे है। इस परियोजना से कारीगरो को मार्डन टाइप की कटलरी की डाई डिजाइनिंग, डिजाइन स्टेमि्ंपंग, पोलिशिंग व निर्यात प्रोत्साहन की सुविधा दी जायेगी। रामपुर में ही टेस्टिंग एण्ड डिस्टीलेशन आफ मैंथा परियोजना स्थापित की गई है, जिसकी लागत साढे 8 करोड़ रुपये है। भारत में कुल उत्पादित मैंथा आयल का लगभग 90 उत्पादन उ0प्र0 में होता है। रामपुर में लगभग 20 उद्योग मैंथा आयल के लगे है।

इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा कि इन परियोजनाओं से सीधे रुप में 4 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा तथा 20 हजार लोगों हेतु अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार के द्वार खुलेंगे। सरकार की नीति युवाओं को रोजगार मुहैया कराना है। आज उद्योग स्थापना के लिए प्रदेश का माहौल सकारात्मक हुआ है जिससे देश-विदेश के बडे़ उद्योगपति यहॉ उद्योग लगाने की इच्छा कर रहे है। समाजवादी युवा स्वरोजगार योजना लागू की गई है। हस्तशिल्पियों हेतु पेंशन योजना लागू की गई है। प्रदेश में लगभग 15 लाख हस्तशिल्पी है। बरेली हस्तशिल्पियों के लिये प्रसिद्ध है। उन्होंने बरेली की 5 इकाइयो को तकनीकी संवर्द्धन हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की।

इस अवसर पर विधायक भगवत सरन गंगवार, सलाहकार ब्रजेश शुक्ला, प्रमुख सचिव उद्योग डा0 राजनीश दुबे, डी0एम0 गौरव दयाल, अपर आयुक्त निर्यात प्रोत्साहन आर0के0सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन डा. राहुल अवस्थी ने किया।

करोड़ों की लकड़ी और ज़री योजनाओं का लोकार्पण

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