बरेली। विश्व ओजोन दिवस पर आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि ओजोन परत मानव और पृथ्वी के सुरक्षा कवच का काम करती है क्योंकि यह सूर्य की पराबैंगनी किरणों की ऊष्मा को सोख लेती है। लेकिन, तीव्र गति से बढ़ते गैस और रसायनों के प्रदूषण के कारण ओजोन परत का आकार निरंतर घटता जा रहा है जो कि बहुत बड़ी चिंता का विषय है।

मानव सेवा क्लब के कहरवान स्थित कार्यालय परिसर में हुई इस गोष्ठी में क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने कहा कि ओजोन परत पर लगातार छिद्र के बढ़ने से पृथ्वी का एक करोड़ किलोमीटर का क्षेत्र चपेट में आ गया है जोकि  बहुत ही खतरनाक और चिंतनीय है। इसके कारण मानव जाति के लिए कभी भी बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है। इन्द्र देव त्रिवेदी और राजेन विद्यार्थी ने चेताया कि अगर लोग नहीं सुधरे तो कयामत सिर बायें खड़ी है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए चित्रा जौहरी और निर्भय सक्सेना ने कहा कि कोरोना काल की दस्तक से भी लोगों को सबक लेना चाहिए।

इस अवसर पर संजय सक्सेना, अमित सक्सेना, डॉ. सुरेश रस्तोगी, अभय भटनागर, कल्पना सक्सेना आदि मौजूद रहे।

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