बरेली। ब्लड डोनेशन यानि रक्तदान। रक्तदान एक ऐसा दान है जिसे करके एक व्यक्ति तीन व्यक्तियों को जिन्दगी दे सकता है। यह काम केवल भगवान या देवता ही कर सकते हैं। इसीलिए रक्तदाता किसी भगवान से कम नहीं है। यह बात सोमवार को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर IMA बरेली के अध्यक्ष डॉ. सत्येन्द्र सिंह ने बरेली लाइव से बातचीत के दौरान कही। कहा कि ब्लड डोनेशन को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट न होने के चलते बहुत से लोगों के मन में ब्लड डोनेशन को लेकर दुविधा बनी रहती है। रक्तदान करना क्यों जरूरी है और जरूरत पड़ने पर क्या करें इस पर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
क्यों है जरूरी
- रक्तदान कर एक शख्स दूसरे शख्स की जान बचा सकता है।
- रक्त का किसी भी प्रकार से उत्पादन नहीं किया जा सकता और न ही इसका कोई विकल्प है।
- देश में हर साल लगभग 250 सीसी की 4 करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। सिर्फ 5,00,000 यूनिट ब्लड ही मुहैया हो पाता है।
- हमारे शरीर में कुल वजन का 7% हिस्सा खून होता है।
- आंकड़ों के मुताबिक 25 प्रतिशत से अधिक लोगों को अपने जीवन में खून की जरूरत पड़ती है।
क्या हैं फायदे
- रक्तदान से हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। डॉक्टर्स का मानना है कि डोनेशन से खून पतला होता है, जो कि हृदय के लिए अच्छा होता है।
- एक नई रिसर्च के मुताबिक नियमित ब्लड डोनेट करने से कैंसर व दूसरी बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है, क्योंकि यह शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
- रक्तदान करने के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है। इससे शरीर को नए ब्लड सेल्स मिलने के अलावा तंदुरुस्ती भी मिलती है।
- रक्तदान सुरक्षित व स्वस्थ परंपरा है। इसमें जितना खून लिया जाता है, वह 21 दिन में शरीर फिर से बना लेता है। ब्लड का वॉल्यूम तो शरीर 24 से 72 घंटे में ही पूरा बन जाता है।
-
रक्तदान करने से पहले
- रक्तदान से पहले मिनी ब्लड टेस्ट होता है, जिसमें हीमोग्लोबिन टेस्ट, ब्लड प्रेशर व वजन लिया जाता है। ब्लड डोनेट करने के बाद इसमें हेपेटाइटिस बी व सी, एचआईवी, सिफलिस व मलेरिया आदि की जांच की जाती है। इन बीमारियों के लक्षण पाए जाने पर डोनर का ब्लड न लेकर उसे तुरंत सूचित किया जाता है।
- रक्तदान की कमी का एकमात्र कारण जागरूकता का अभाव है।
- 18 साल से अधिक उम्र के स्त्री-पुरुष, जिनका वजन 50 किलोग्राम या अधिक हो, वर्ष में तीन-चार बार ब्लड डोनेट कर सकते हैं।
- रक्तदान करने योग्य लोगों में से अगर मात्र 3 प्रतिशत भी खून दें तो देश में ब्लड की कमी दूर हो सकती है। ऐसा करने से असमय होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।
- रक्तदान करने से पहले व कुछ घंटे बाद तक धूम्रपान से परहेज करना चाहिए।
- रक्तदान करने वाले शख्स को रक्तदान के 24 से 48 घंटे पहले ड्रिंक नहीं करनी चाहिए।
- रक्तदान करने से पहले पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों के सही व स्पष्ट जवाब देना चाहिए।
डॉ. सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि रक्तदान करने के बाद आप पहले की तरह ही कामकाज कर सकते हैं। इससे शरीर में किसी भी तरह की कमी नहीं होती। कहा कि—-
मौका दीजिये अपने खून को, किसी की रगों में बहने का…-ये लाजवाब तरीका है , कई जिस्मों में ज़िंदा रहने का…
आपका ब्लड कौनसा है और उसकी उपलब्धता कितनी है?
O+ 1 in 3 37.4%
(प्रचुरता में उपलब्ध)
A+ 1 in 3 35.7%
B+ 1 in 12 8.5%
AB+ 1 in 29 3.4%
O- 1 in 15 6.6%
A- 1 in 16 6.3%
B- 1 in 67 1.5%
AB- 1 in 167 .6%
(दुर्लभ)
Compatible Blood Types
O- ले सकता है O-
O+ ले सकता है O+, O-
A- ले सकता है A-, O-
A+ले सकता है A+, A-,O+,O-
B- ले सकता है B-, O-
B+ ले सकता है B+,B-,O+,O-
AB-ले सकता है AB-,B-,A-,O-
AB+ ले सकता है AB+, AB-, B+, B-, A+, A-, O+, O-