Bareillylive : उपजा प्रेस क्लब में बरेली की बेटी यशकीर्ति द्वारा रचित पुस्तक “मृत्यु का योद्धा” का विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि रोहित राकेश, उपजा प्रेस क्लब में अध्यक्ष डॉक्टर पवन सक्सेना, राष्ट्र जागरण युवा संगठन की जिला अध्यक्ष प्रियंका कपूर रहीं। इस मौके पर लेखिका यशकीर्ति ने बताया कि इस पुस्तक में हम आप सभी को एक ऐसी कहानी के किरदार से रूबरू कराते हैं जिसे दो बार मृत्यु ने गले लगाया और एक बार मौत को उसने गले लगाया और आखिरी बार वो अंत के आगोश में चला गया। कैंसर और ट्यूमर से पीड़ित रोगी को होने वाला दर्द वो असहनीय पीड़ा है जहां मृत्यु भी मौत मांगती है। पर क्या है ना ये मृत्यु भी हर बार मृत्युंजय के नाम जैसी हो जाती है । एक व्यक्ति जो अच्छा खासा पैदा होता है जीवन जीता है और फिर एक दिन उसे पता चलता है उसे ऐसी लाइलाज बीमारी है जो किसी को हुई ही नहीं। दिल्ली एम्स का वो पहला मरीज था जिसे इस तरह की बीमारी थी।
सोचिए कानो से सुनाई आता हो फिर अचानक सुनाई आना बंद हो जाए तो कैसा लगेगा। डॉक्टर ने कहा पंद्रह दिन जी पाएगा इसकी हिदायत दी फिर भी वो खुशी से जिया, मृत्यु के अंतिम पड़ाव तक। ये कहानी अकेले मृत्युंजय की कहानी नही है ये हर उस व्यक्ति की कहानी है जो किसी न किसी लाइलाज बीमारी के साथ जी रहा है और उस असहनीय दर्द से जूझ रहा है। आज के समय में अगर हम स्वस्थ हैं तो हम सबसे अमीर इंसान है। आखिर मृत्युंजय को सुनाई आना क्यों बंद हुआ आगे उसे सुनाई आयी या नही, उसके इस पूरे संघर्ष की कहानी पढ़ने के लिए एमेजॉन से पुस्तक अवश्य खरीदें।