बरेली। अगर आप अपने स्मार्ट फोन पर मोबाइल एप ‘‘फोन-पे’’ इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके काम की है। जब भी कोई ट्रान्जेक्शन करें थोड़ा सावधान रहें। साइबर अपराधियों की नजर आपके फोन-पे एकाउण्ट पर है। बरेली के पंकज गंगवार अपनी सतर्कता से आज साइबर ठगों के शिकार बनने से बच गये। उन्होंने घटना को अपने फेसबुक अकाउण्ट पर भी शेयर किया है।
बरेली के पंकज गंगवार वेलनेस ब्राण्ड न्यूट्रीवर्ल्ड के चेयरमैन हैं। साथ ही नेटसेवी भी हैं। पंकज ने बरेली लाइव से बातचीत में बताया कि आज दोपहर मुझे एक फोन आया कि आपके ‘‘फोन-पे’’ पर पतबजब 2699 का कूपन आया है, उसको बैलिडेट कर दीजिए। यह कूपन 2 दिनों से आपके फोन में पड़ा है। अभी 1 घंटे का समय है आप लाइन पर रहिए और दिये गये लिंक पर क्लिक करके कूपन को वैलिडेट कर दीजिए।
पंकज ने बताया कि इस पर मैंने कहा जब फोन पर बात होती तो मेरा नेट नहीं चलता। मैं देखकर करता हूं। जब मैंने देखा तो यह मैसेज मेरे बैंक अकाउण्ट से 2699 रुपये पेमेण्ट करने के लिए था। अगर मैं इस पर एक्सेप्ट का बटन दबा देता तो 2699 मेरे अकाउंट से साफ हो जाते। इसके बाद जब मैंने उसे एक्सेप्ट नहीं किया फोन करने वाले ने मुझे दोबारा फोन किया। तब मैंने कहा कि तुम फ्रॉड कर रहे हो तो उसने गाली देकर फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।
पंकज इस घटना से रोष में हैं। उन्होंने बताया कि एक ओर तो देश में डिजिटल लेनदेन के लिए सरकार लोगों को प्रेरित कर रही है। वहीं साइबर क्राइम भी अत्यधिक तेजी से बढ़ रहा है। इस पर सरकार नियंत्रण कर पाने में सफल नहीं दिख रही है। पंकज कहना है कि सरकार की इसी कमी का फायदा ये साइबर क्रिमिनल उठाते हैं और रोजाना सैकड़ों लोग अपनी जमा पूंजी लुटा बैठते हैं।
पंकज का कहना है कि सरकार ने साइबर क्राइम रिपोर्ट करने के जितने भी नंबर दिये हैं, कोई काम नहीं करता। केवल दिखावे के लिए साइट पर डाल रखे हैं। बताया कि उत्तर प्रदेश की वेबसाइट साइबर क्राइम के डीजी का नम्बर दिया गया है और आज वह नम्बर डायल किया तो उस पर ‘डज नॉट एग्जिस्ट’ आ रहा है।