नई दिल्ली। भारतीय रेलवे (Indian Railways) यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए मिशन मोड में काम कर रहा है। इसी कड़ी में तमाम रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास एवं आधुनिकीकरण किया जा रहा है। कई स्टेशनों को आदर्श योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। इनमें पीलीभीत जंकशन, आंवला, चनेहटी (बरेली कैंट), चंदौसी जंक्शन और बिलासपुर रोड समेत उत्तर प्रदेश के 152 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों को अगले साल तक आदर्श रेलवे स्टेशन बनाए जाने की योजना है। इनमें से कुछ का कार्य पूरा हो चुका है जबकि बाकी का प्रगति पर है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। लोकसभा में उपेंद्र सिंह रावत ने रेल मंत्री से सवाल किया कि क्या सरकार देशभर में विशेषकर उत्तर प्रदेश में मौजूदा रेलगाड़ियों और प्लेटफार्मों के आधुनिकीकरण की योजना बना रही है? इसके जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे ने आदर्श स्टेशन योजना के तहत विकसित करने के लिए 1253 स्टेशनों की पहचान की है। इनमें से अब तक 1206 स्टेशन विकसित किए जा चुके हैं। बाकी 47 स्टेशनों को वित्त वर्ष 2021-22 में आदर्श स्टेशन योजना के तहत विकसित किए जाने का लक्ष्य है।

रेल मंत्री ने बताया कि आदर्श स्टेशन योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में 152 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है। इनमें से 131 रेलवे स्टेशनों को मानकों के अनुसार विकसित किया गया है। शेष 21 रेलवे स्टेशनों को वित्त वर्ष 2021-22 में विकसित किए जाने का लक्ष्य है।

आदर्श स्टेशन योजना में होंगी ये सुविधाएं 

इस योजना में रेलवे स्टेशन में सुधार, वेटिंग रूम, कंप्यूटर आधारित अनाउंसमेंट, पे एंड यूज टॉयलेट, वाटर कूलर, उच्च सतह वालेप्लेटफार्म, पैदल पुल (फुटओवर ब्रिज) समेत तमाम यात्री सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा बुजुर्गों और मरीजों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशनों पर एस्केलेटर मुहैया कराए जाते हैं।

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