बरेली। एमजेपी रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह सोमवार को सम्पन्न हो गया। विश्विद्यालय परिसर में खचाखच भरे पंडाल में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने यूनिवर्सिटी के 85 टॉपर्स को गोल्ड मेडल प्रदान किये। साथ ही 20 को पीएचडी डिग्री और 380 को डिग्री प्रदान की। दीक्षांत समारोह पंडाल में आने से पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती केमिकल साइंस विभाग के सामने पौधारोपण भी किया।
इसके बाद वे गल्र्स हास्टल, पांचाल म्यूजियम की वीथिका और केंद्रीय लाइब्रेरी में लगे लाइब्रेरी ऑटोमेशन साफ्टवेयर का उद्घाटन किया। गुरुकुल परंपरा के अनुसार खुले में छात्रों की पढ़ाई के लिए बने गुरुकुल का भी उद्घाटन किया गया। इस दौरान काफी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। रुहेलखंड विवि के दीक्षांत समारोह में 5000 से अधिक छात्र छात्राएं, विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों के शिक्षक, प्राचार्य, एनसीसी, एनएसएस, के अलावा समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी बुलाया गया था। इस दीक्षांत समारोह में विवि से जुड़े सभी कॉलेजों के प्राचार्य भी पहुचे। यूनिवर्सिटी की प्रगति रिपोर्ट कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने पढ़ी।
गेट नंबर तीन से मिला प्रवेश
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दो सितंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह के लिए एंट्री को लेकर विवि प्रशासन ने गेट नंबर एक केवल वीवीआईपी के लिए खुला रखा था। वहीं गेट नंबर तीन से सभी मेहमान और छात्रों को दीक्षांत समारोह के लिए प्रवेश मिला।