बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के तारापुर के पास जंगलों में शनिवार को नक्सलियों के साथ गोलीबारी में 5 सुरक्षाकर्मी शहीद जबकि 10 अन्य घायल हो गए। शहीद जवानों में 4 सीआरपीएफ और एक डीआरजी का जवान है। 3 नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है जिनमें एक महिला है। 

डीजीपी डीएम अवस्‍थी ने यह जानकारी दी।  सूत्रों के अनुसार, नारायणपुर ब्लास्ट के बाद नक्सली बड़े हमले की तैयारी कर रहे थे। खुफिया इनपुट मिला था कि बीजापुर या सुकमा जिले में हमला हो सकता है। 24 मार्च को बीजापुर के नक्सल प्रभावित तर्रेम कैंप के आसपास नक्सलियों का जमावड़ा देखा गया था।

मुठभेड़ झीरम हमले के मास्टरमाइंड हिड़मा के गांव में हुई है। हमला करने वाले नक्सली उसी की टीम के सदस्य थे। मुठभेड़ की सूचना पर रेस्क्यू के लिए जंगल में चॉपर भेजे गए। करीब चार से पांच घंटे चली मुठभेड़ शाम 5 बजे तक खत्म हो गई। इसके बाद बैकअप के लिए एक्स्ट्रा फोर्स भेजी गई है। शहीद जवानों के शव और घायल जवानों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर भी भेजे गए। देर शाम तक मुठभेड़ के बारे में आधिकारिक जानकारी दिए जाने की उम्मीद है। शहीद जवानों का पोस्टमार्टम रविवार को होगा।

टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन (TCOC) को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने दो या तीन डिवीजन की मिलिट्री कंपनियों को जोड़कर संयुक्त मिलिट्री कमान का गठन किया है। हालांकि जवान भी अलर्ट हैं और मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति बनाई गई है।  इससे पहले 23 मार्च को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने गश्त से लौट रहे डीआरजी (District Reserve Guard) जवानों की बस को आइइडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। बस में 25 जवान सवार थे। इस हमले में ड्राइवर समेत 5 जवान शहीद हो गए जबकि 7 जवान गंभीर रूप से घायल हैं।

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