गुवाहाटी। दशकों से उग्रवाद की मार झेल रहे असम में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। राज्य में प्रतिबंधित 8 उग्रवादी संगठनों (Banned 8 militant organizations) के 644 सदस्यों ने 177 हथियारों के साथ गुरुवार को आत्मसमर्पण (surrender) कर दिया। पुलिस ने बताया कि उल्फा (आई), एनडीएफबी, आरएनएलएफ, केएलओ, सीपीआई (माओवादी), एनएसएलए, एडीएफ और एनएलएफबी के सदस्यों ने एक कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में हथियार डाले।
पुलिस महानिदेशक ज्योति महंता ने पत्रकारों से कहा, “राज्य के लिए और असम पुलिस के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन है। आठ उग्रवादी समूहों के कुल 644 कार्यकर्ताओं और नेताओं ने आत्मसमर्पण किया है। इतने बडे़ पैमाने पर उग्रवादियों का आत्मसमर्पण करना राज्य पुलिस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है।“
ज्योति महंता ने कहा कि उग्रवादियों ने जिन हथियारों को सौंपा है उनमें
एके- 47, एके-56 जैसे कई अत्याधुनिक
हथियार हैं। इन उग्रवादियों को असम पुलिस में जगह दी जाएगी। गौरतलब है कि इन
उग्रवादियों ने ऐसे समय पर आत्मसमर्पण किया है जब अगले साल विधानसभा चुनाव होने
वाले हैं। राज्य बहुत लंबे समय से उग्रवाद की मार झेल रहा है। इन उग्रवादियों के
आत्मसमर्पण से शांति की उम्मीद जगी है।