नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की चेन ब्रेक करने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल 2020 को रात नौ बजे 9 मिनट के लिए घर की लाइट बंद कर दीया, मोमबत्ती, टार्च आदि जलाने का आह्वान किया है, ताकि लोगों में सामूहिकता की भावना और ऊर्जा का संचार हो और कोरोना वायरस के अंधकार को दूर किया जा सके। प्रधानमंत्री के इस आह्वान के प्रति लोगों में गजब का उत्साह नजर आ रहा है। लेकिन, इस बीच भारतीय सेना ने लोगों को आगाह किया है कि दीया या मोमबत्ती जलाते समय कुछ सावधानी अवश्य बरतें।
भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दीया या मोमबत्तियां जलाते समय सावधान रहें। इस दौरान अपने हाथों को धोने के लिए एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर के बजाय साबुन का इस्तेमाल करें। दरअसल, एल्कोहल ज्वलनशील होता है और बड़ी तेजी से आग पकड़ता है। ऐसे में दीये जलाते समय हादसा हो सकता है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए इन दिनों ज्यादातर लोग एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से निष्क्रिय हो जाता है। लेकिन, यदि ऐसा सेनेटाइजर आग के संपर्क में आता है, तो दुर्घटना हो सकती है। इस अनजान खतरे से भारतीय सेना ने पहले ही लोगों को सचेत कर दिया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शनिवार को सुबह जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 2902 हो गई है (इसमें 2650 लोग अभी वायरस से संक्रमित हैं, 183 ठीक या फिर डिस्चार्ज हो चुके हैं और 68 की मौत हो चुकी है)।