इस्लामाबाद। भारत के बाद पाकिस्तान भी अपन “परम मित्र” चीन के कुछ ऐप्स को लेकर सख्त हो गया है। उसने लाइव स्ट्रीमिंग एप्लिकेशन बीगो पर प्रतिबंध लगा दिया है और वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक को अपने प्लेटफॉर्म पर अश्लील और अनैतिक कंटेंट परोसने को लेकर अंतिम चेतावनी जारी की है। डिजिटल अधिकार समूहों का कहना है कि वे इस प्रतिबंध को चुनौती देंगे क्योंकि पाकिस्तान में वीडियो गेम को सेंसर किए जाने का कोई कानूनी आधार नहीं है।

इस महीने के शुरू में लाहौर हाईकोर्ट में एक नागरिक ने कई याचिकाएं दायर की थी जिसमें टिकटॉक पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने कहा कि यह ऐप “आधुनिक समय की बड़ी शरारत” है और सोशल मीडिया पर अश्लील कंटेंट फैलाने का एक स्रोत बन गया। दूरसंचार नियामक पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, सोशल मीडिया ऐप विशेष रूप से टिकटॉक और बीगो पर अश्लील कंटेंट के खिलाफ समाज के विभिन्न क्षेत्रों से शिकायतें मिली थीं।

बयान में कहा गया कि पीटीए ने देश के कानूनी और नैतिक सीमाओं के भीतर सामाजिककरण और कंटेंट को नियंत्रित करने के लिए कानून के तहत पूर्वोक्त सोशल मीडिया कंपनियों को आवश्यक नोटिस जारी किए थे।

गौरतलब है कि भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप्स को बैन कर दिया है जिसे चीन के खिलाफ डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक भी कहा जा रहा है। सरकार ने इस फैसले से जहां चीन को सख्त संदेश दिया है वहीं भारत में मोटा मुनाफा कमाते हुए यूजर्स डेटा से खिलवाड़ करने वाली कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। टिकटॉक जैसे ऐप्स  के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार था जिसके सहारे बाइट डांस जैसी कंपनियां फेसबुक जैसी कंपनियों को टक्कर देने का सपना देख रही थीं। कुछ ही सालों में टिकटॉक ने भारत पर अपनी पकड़ बेहद मजबूत कर ली थी। करोड़ों मोबाइल में ऐप डाउनलोड किए जाने की वजह से टिकटॉक खूब कमाई भी करने लगा था। अक्टूबर से दिसंबर 2019 के बीच महज तीन महीनों में इस ऐप से कंपनी को 25 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था जबकि इस साल जुलाई से सितंबर के बीच कंपनी ने 100 करोड़ रुपए रेवेन्यू का लक्ष्य रखा था। ऐप पर विज्ञापनों के जरिए कंपनी की आमदनी में लगातार इजाफा हो रहा था।

भारत द्वारा बैन किए जाने के बाद अमेरिका ने भी चीन के ऐप्स को बैन करने की चेतावनी दी है। ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों ने भी चीनी ऐप्स पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

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