सहसवान : नगर के मोहल्ला पट्टी यकीन मोहम्मद में एक ही परिवार के 12 लोग बाजार के दही की लस्सी पीने से बेहोश हो गए। सुबह उनके न जागने पर पड़ोसियों को कुछ गड़बड़ी होने का एहसास होने के बाद घटना का पता चला। इसके बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। स्थानीय चिकित्सकों की टीम मामले की जांच में जुट गई है।
कस्बे के मोहल्ला पट्टी यकीन मोहम्मद निवासी इरफान के परिवार की एक लड़की रविवार रात करीब 11 बजे ईदगाह के पास स्थित एक दुकान से दही खरीदकर लाई थी। परिवार वालों के मुताबिक उन्होंने देर रात उस दही की लस्सी बनाई। खाना खाने के बाद वही लस्सी सभी लोगों ने पी और फिर सो गए। सोमवार सुबह जब परिवार के लोग नहीं उठे तो मोहल्ले वालों को आशंका हुई। इस पर कुछ लोग उन्हें देखने घर में गए, जहां परिवार के सभी लोग बेहोशी की हालत में पड़े थे। इसकी सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसके बाद इरफान (55), उसकी पत्नी मुबीना (55), पुत्री सोनम (18), माहेनूर (12) व मुस्कान (17), पुत्र रिहान (19) व रिजवान (30 ), रिजवान की पत्नी गुलिस्ता (25) व साली इरम (15) समेत भूरे (50), उसकी पुत्री निशा (18) व शारिक (7) को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, फिर सभी को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेज दिया गया, जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. इमरान खान ने बताया कि मामले की जांच को तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिससे पता चल सके कि आखिर परिवार के लोग बेहोश क्यों हुए।
औरों ने भी खरीदा था दही, …वो तो सब सही
दही पीने से बीमार हुए महिला व बच्चों को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। हलवाई के पड़ोसियों का कहना है कि दही 15 से 20 किलो था जिसको तमाम लोग खरीदकर ले गए थे। 12 किलो दही हरना तकिया मुहल्ले में शादी में गया था, लेकिन वहां से बीमार होने की ऐसी कोई सूचना नहीं आई। दही से बनी लस्सी पीकर बीमार होने की बात उनके पड़ोसियों के गले भी नहीं उतर रही है। ऐसे में एक आशंका यह भी है कि इरफान के घर पर लस्सी बनाते समय गड़बड़ी होने या फिर तैयार लस्सी में कुछ मिलाए जाने के कारण यह घटना हुई।
दही के भरे गए सैंपल
- डीएम के निर्देश पर अभिहीत अधिकारी चंद्रशेखर मिश्र ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजीव कुमार और चंद्र विजय को सहसवान भेजकर सैंपल भरने के निर्देश दिए। सहसवान पहुंची टीम को दुकान पर तो दही नहीं मिला, लेकिन कोतवाली पुलिस दुकान से जो दही ले आई थी, उसी से सैंपल लिया है, जो जांच के लिए लखनऊ लैब को भेजा है।
डीएम ने जाना मरीजों को हाल
-डीएम दिनेश कुमार सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिए कि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए रैन बसेरा खोलकर सीएमएस ने बेहतर काम किया है, लेकिन रैन बसेरे में गर्मी बहुत है। यहां पर कूलर लगाया जाए। साथ ही इमरजेंसी गेट पर एक कर्मचारी स्ट्रेचर लेकर 24 घंटे ड्यूटी पर रहना चाहिए। उसके गले में आई कार्ड में होना चाहिए।
इस मामले की सूचना पर तुरंत तहसीलदार धीरेंद्र सिंह, कानूनगो वीरेंद्र पाल और हलका लेखपाल को मौके पर भेजा था। फिलहाल सभी का उपचार जरूरी है। इसलिए उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।
संजय कुमार सिंह, एसडीएम सहसवान
साभार अमर उजाला