UP Election 2017: कोई खेलेगा तो किसी के दिल में जलेगी होली

 

लखनऊ । रंगों के त्यौहार से ऐन पहले उत्तर प्रदेश में शनिवार को चुनाव नतीजों का पिटारा खुलने के साथ ही यह तय हो जाएगा कि इस बार कौन होली मनाएगा और किसकी उम्मीदें बदरंग हो जाएंगी । इस बार चुनाव में लगभग सभी दलों का काफी कुछ दांव पर है और यह चुनाव कइयों का भविष्य तय कर सकता है ।नोटबंदी जैसे साहसिक फैसले के बाद हो रहा यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विश्वसनीयता तो तय करेगा ही, सपा के नये अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की साख और भविष्य को भी काफी हद तक तय कर देगा ।

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश की सत्ता में वापसी के प्रति आश्वस्त बसपा का भविष्य भी काफी हद तक इन चुनाव के परिणामों पर टिका है ।हालांकि विभिन्न ‘एग्जिट पोल’ में भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर के दावे किये गये हैं, मगर दोनों ही बहुमत से दूर हैं ।

इसके अलावा बसपा को तीसरे नम्बर पर बताया जा रहा है । बहरहाल, पिछले कई चुनावों के अनुभव ज्यादातर एग्जिट पोल के पक्ष में गवाही नहीं देते। अब सारी निगाहें 11 मार्च को मिलने वाले जनादेश पर टिक गयी हैं ।

इस साल जनवरी में सपा में बगावत के बाद अपने पिता मुलायम सिंह यादव के स्थान पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने अखिलेश ने इन चुनाव में पहली बार बिना किसी दबाव के अपने हिसाब से पार्टी के रणनीतिक मामलों तथा टिकट वितरण के बारे में फैसले लिये, जिनकी कई मौकों पर सख्त मुखालफत भी की गयी, मगर वह अपने निर्णय पर अडिग रहे ।

ऐसे में इस विधानसभा चुनाव के परिणाम अखिलेश की राजनीतिक समझ, कौशल, दक्षता, निर्णय लेने और नेतृत्व करने की क्षमता के पैमानों को काफी हद तक तय कर देंगे ।

अखिलेश ने प्रदेश में चुनाव पूर्व गठबंधनों के बुरे हश्र के इतिहास और अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के विरोध के बावजूद एक नयी उम्मीद के साथ कांग्रेस से गठबंधन करके चुनाव लड़ा ।उनका यह फैसला जहां उन्हें प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर एक नये क्षत्रप के रूप में स्थापित कर सकता है, वहीं विपरीत परिणाम उन्हें विकट हालात में भी पहुंचा सकता है ।

वर्ष 2014 में प्रचंड बहुमत के साथ केन्द्र में सरकार बनाने वाली भाजपा को उसके बाद दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव में करारा झटका लगा था । इसे मोदी की साख में गिरावट के तौर पर भी देखा गया था ।ऐसे में उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम पार्टी के साथ-साथ मोदी के लिये कितने महत्वपूर्ण होंगे, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है ।

मतदाताओं के मूड का अंदाज़ा लगाना अभी बेहद मुश्किल

हालांकि प्रधानमंत्री मोदी समेत भाजपा के तमाम नेता तो चुनाव में अपनी पार्टी को स्पष्ट बहुमत का दावा कर रहे हैं, और कई बार तो रौ में बहकर वे वोटों की गिनती के बाद का घटनाक्रम भी बता रहे हैं, लेकिन खामोश मतदाताओं के आदेश को जानने के लिये 11 मार्च को जब वोटों की गिनती शुरू होगी, तब क्या होगा, इसका अंदाजा अभी लगाना बहुत मुश्किल है ।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट ना जीत पाने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी बसपा के लिये यह चुनाव उसके मुस्तकबिल की सूरत को तय कर सकता है । बसपा मुखिया मायावती चार बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और पार्टी के चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी मुख्यत: उन्हीं के कंधों पर रही। मायावती बसपा की एकमात्र शीषर्स्थ नेता हैं, लिहाजा चुनाव में पार्टी की हार-जीत का सीधा असर उन पर ही पड़ेगा ।

प्रदेश की जनता ने कभी किसी पार्टी या गठबंधन को लगातार दूसरी बार सरकार बनाने का मौका नहीं दिया है । पिछले दो विधानसभा चुनावों में प्रदेश में द्विदलीय व्यवस्था का सूत्रपात होता देखा गया है और कांग्रेस तथा भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों को पछाड़कर सपा तथा बसपा ही बदल-बदलकर सत्ता में रही हैं ।बसपा को यकीन है कि यह सिलसिला जारी रहेगा और इस बार सत्ता उसके हाथ में आयेगी ।

 

भाषा
bareillylive

Recent Posts

आसुरी शक्तियां स्वयं होंगीं समाप्त, सनातन को नहीं कोई खतरा :प्रेम भूषण जी महाराज

Bareillylive : कुछ लोग कहते हैं सनातन धर्म खतरे में है। सनातन संस्कृति पर बहुत…

3 hours ago

मनुष्य को जीव की चर्चा में नहीं बल्कि जगदीश की चर्चा में रहना चाहिए : प्रेम भूषण जी

Bareillylive : विषयी व्यक्ति का भगवान में मन नहीं लग सकता है, मंदिर और सत्संग…

6 hours ago

उत्तराखण्ड सांस्कृतिक समाज की रामलीला 06 अक्टूबर से, बच्चों को जड़ों से जोड़ता है मंचन

बरेली @BareillyLive. उत्तराखण्ड सांस्कृतिक समाज के तत्वावधान में 40वां श्रीरामलीला महोत्सव कल रविवार से प्रारम्भ…

7 hours ago

30वें रुहेलखंड महोत्सव में पुरस्कृत हुए प्रतिभागी, विशेष पुरस्कार जयराज विक्टर को

Bareillylive: गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती के उपलक्ष्य में ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन एवं जिला…

9 hours ago

गांधी जयंती उनकी महान उपलब्धियों और विचारों को याद करने का अवसर :अजय शुक्ला

Bareillylive : महानगर कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर सामूहिक सहभोज…

1 day ago

मनुष्य जीवन का आधार जानने के लिये रामकथा सुनना आवश्यक : आचार्य प्रेमभूषणजी

Bareillylive : मनुष्य बच्चों के रूप में इस संसार में आता है और अपनी आयु…

1 day ago