लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को पार्टी का महाघोषणा पत्र जारी किया। इसमें कहा गया है कि आज हमारे देश में संविधान, गणतंत्र-लोकतंत्र और आजादी सब खतरे में है।

ट्विटर पर जारी किए गए इस महाघोषणा पत्र में “नयी हवा है, नयी सपा है… बड़ों का हाथ, युवा का साथ” का नारा दिया गया है और कहा गया है कि आइए घृणा और अविश्वास के स्थान पर मिल-जुलकर परस्पर प्रेम और आपसी विश्वास से समाज, प्रदेश और देश को मजबूत करें।

इसके पहले बयान जारी कर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास के नाम पर उत्तर प्रदेश को विनाश के गर्त में धकेल दिया है। सिर्फ विज्ञापन के बूते इस सरकार का अस्तित्व है। जनता के सुख-दुख से सरकार को कुछ मतलब नहीं है। भाजपा की करतूतों एवं जनविरोधी नीतियों से प्रदेश की छवि धूमिल हुई है।

अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी के स्थापना दिवस को भी भाजपा ने इवेंट बना दिया है। बगैर कुछ किए सपा के कामों को अपना बताकर भाजपा प्रदेश के विकास का श्रेय ले रही है। प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश का विकास किया है। यह कैसा विकास है कि सर्वे में 10वें पायदान पर भी यूपी नहीं है? फिर भी मुख्यमंत्री हर मामले में फिसड्डी उत्तर प्रदेश की प्रतिव्यक्ति वार्षिक आय 70 हजार रुपये होने का दावा कर रहे हैं।

प्रदेश में न निवेश हुआ, न उद्योग लगे और न ही लोगों को रोजगार मिला। भाजपा ने जहां हुनर हाट लगाई है, उस अवध शिल्पग्राम की स्थापना भी सपा सरकार ने की थी। अभी मुख्यमंत्री ने नोएडा के सेक्टर 21-ए स्थित 100 करोड़ की लागत से तैयार इंडोर स्टेडियम का लोकार्पण दोबारा कर दिया। यह स्टेडियम भी सपा सरकार की देन है।

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