इटावा। रक्त-संबंधों में जमी बर्फ पिघलने लगी है। इसके संकेत तो पहले ही मिलने लगे थे और दीपावली में सारे संशय दूर हो गए। जी हां, सपा के चाचा-भतीजा की जोड़ी फिर करीब आ रही है। दिवाली मनाने अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) समेत सभी छोटे दलों के साथ मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने प्रसपा को गठबंधन में शामिल करने की भी बात कही। कहा, “मेरी सरकार बनी तो चाचा शिवपाल को कैबिनेट मंत्री बनाएंगे।”
सिविल लाइन स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि सपा सभी दलों के साथ सामंजस्य को तैयार हैं। अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल को इशारों-इशारों में चुनाव में गठबंधन के लिए आमंत्रित भी किया। कहा कि वह किसी भी बड़े राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। जसवंतनगर विधानसभा सीट प्रसपा के नेता (शिवपाल यादव) के लिए छोड़ दी गई है और पार्टी उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाने के लिए भी तैयार है।
अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता ने बिहार में महागठबंधन को समर्थन दिया था लेकिन भाजपा ने धोखे से महागठबंधन को चुनाव हरा दिया। किसानों की बदहाली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा ने मिस्ड कॉल नंबर जारी करके कार्यकर्ताओं को जोड़कर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा किया है। ऐसे में पूछना चाहते हैं मिस्ड कॉल पार्टी वह नंबर भी बताए जिस पर मिस्ड कॉल करके किसान अपनी फसल का समर्थन मूल्य और नौजवान नौकरी मांग सकें।
इस दौरान पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, वरिष्ठ सपा नेता राजपाल सिंह यादव, पार्टी जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व अध्यक्ष राजीव यादव, पूर्व पालिकाध्यक्ष फुरकान अहमद, आशीष राजपूत आदि मौजूद रहे।