लखनऊ। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज में किसान यात्रा में शामिल होने के लिए लखनऊ से निकल गए। हालांकि, पुलिस ने उनकी फ्लीट को रोक लिया। इसके बाद अखिलेश यादव पैदल ही आगे बढ़ गए और कुछ दूर आगे चलने के बाद सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। अखिलेश यादव को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस ने प्रदेशभर में सपा कुछ नेताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया है, वहीं कई पूर्व विधायकों को हिरासत में ले लिया गया है। वाराणसी, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, पीलीभीत, गोरखपुर, मेरठ सहित कई जिलों में सपा नेताओं के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। कन्नौज में किसान यात्रा निकालने की जिद पर अड़े सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। यहां भी कई नेताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया है। 

अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि भाजपा ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी लेकिन अब कृषि कानून लाकर उन्हें कमजोर कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि हम कन्नौज जा रहे हैं। अगर हमें जेल भेजा जाएगा तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम किसानों को जागरूक करते रहेंगे।

इसके पहले सपा कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय के सामने प्रदर्शन के लिए पहुंचे तो पुलिस ने उन पर हल्का बल प्रयोग कर दिया। लखनऊ में सोमवार सुबह सपा कार्यालय से लेकर अखिलेश यादव के घर तक पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। विक्रमादित्य मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और किसी भी प्रदर्शन से निपटने की पूरी तैयारी की गई। हालांकि, सपा कार्यालय के सामने पहुंचे कार्यकर्ताओं से पुलिस की भिड़त हो गई जिसके बाद पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ तीन विधान परिषद सदस्यों उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप और आशु मलिक को हिरासत में ले लिया।

वहीं, कन्नौज में जिलाधिकारी ने अखिलेश यादव के किसान मार्च को मंजूरी नहीं दी। दरअसल, किसान आंदोलन की आग पूरे देश में फैल चुकी है। देश के 12 से ज्यादा सियासी दलों ने किसानों का समर्थन किया है जो कि दिल्ली में केंद्र द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के साथ सरकार की पांच दौर की वार्ता बेनतीजा रही है जिस पर किसानों ने आठ दिसंबर से भारत बंद का एलान किया है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज में किसान मार्च करने वाले हैं लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है लिहाजा भीड़ जुटाने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं दी जा सकती। सपा मुखिया को पत्र भेजकर इस पर अवगत करा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि अगर फिर भी भीड़ जुटती है तो कार्रवाई की जाएगी।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन और किसानों से जुड़ी अन्य समस्याओं को लेकर सपा सोमवार से पूरे प्रदेश में किसान यात्राएं शुरू कर रही है। इसके तहत अखिलेश का कन्नौज में आयोजित यात्रा में शिरकत करने का कार्यक्रम है। उनका ठठिया मंडी से तिर्वा के किसान बाजार तक 13 किलोमीटर की यात्रा का कार्यक्रम है लेकिन उन्हें प्रशासन की अनुमति नहीं मिली।

यूपी पुलिस को किसानों से सख्ती न बरतने की हिदायत

8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों को किसानों के साथ सख्ती न बरतने की हिदायत दी गई है। उनसे कहा गया है कि कहीं भी किसानों के साथ संघर्ष की नौबत न आने पाए। डीजीपी मुख्यालय स्तर से दिल्ली से सटे गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और आसपास के जिलों के लिए अतिरिक्त फोर्स उपलब्ध कराई जा रही है। अन्य राज्यों से भी किसान उत्तर प्रदेश होते हुए दिल्ली कूच कर सकते हैं। ऐसे में राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड की सीमा वाले जिलों को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए विशेष चौकसी के साथ-साथ खुफिया तंत्र को और मजबूत करने को कहा गया है।

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