नई दिल्ली/लखनऊ । उत्तर प्रदेश में शनिवार को अखिलेश के करीबी माने जाने वाले समाजवादी पार्टी के एमएलसी और राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बुक्कल नवाब के साथ एमएलसी यशवंत सिंह और मधुकर जेटली ने भी इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं बुक्कल नवाब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की। तीनों की बीजेपी में जाने की चर्चा है। खास बात यह है ये सब घटनाक्रम ऐसे वक्त में हुआ है। जब शनिवार को ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लखनऊ दौरे पर पहुंचे हैं।अमित शाह तीन दिन तक लखनऊ में रहेंगे।लखनऊ में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।अमित शाह लखनऊ में जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे साथ ही बीजेपी मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।अमित शाह दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी समारोह से जुड़े कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे । सबकी निगाहें लखनऊ के सियासी हलचल पर टिकी हुईं हैं।
Lucknow: Samajwadi Party MLC& Rashtriya Shia Samaj founder Bukkal Nawab resigns from the party, praises PM Modi and CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/1qk1twb73i
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2017
BSP MLC Thakur Jaiveer Singh also tenders his resignation pic.twitter.com/U5jpXKpVsg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2017
BJP is indulging in political corruption from Bihar to UP. People are watching everything: Akhilesh Yadav on resignation of MLCs pic.twitter.com/ZnUCqKV6DA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2017
पार्टी में टूट पर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा- कुछ लोग होते हैं मौकापरस्त, फायदे के लिए बदल लेते हैं पाला.. इससे पार्टी पर असर नहीं।
इस्तीफे के पीछे बीजेपी!
इन तीनों के बीजेपी में जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा हुआ है।इसकी वजह यह है कि इस वक्त यूपी में सीएम योगी सहित पांच मंत्री ऐसे हैं जो न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधानपरिषद के।इनमें डेप्युटी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य के अलावा मोहसिन रजा और स्वतंत्र देव सिंह भी शामिल हैं।नियम के मुताबिक, मंत्री बनने के 6 महीने अंदर (15 सितंबर तक) उनके लिए किसी एक सदन का सदस्य होना चाहिए। अब तीन सीटें खाली हो जाने से बीजेपी अपने तीन चेहरों को एमएलसी बना सकती है।