अलीगढ़। अलीगढ़ के टप्पल में ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपी जाहिद के भाई मेंहदी हसन और जाहिद की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, बच्ची के शव पर जाहिद की पत्नी का दुपट्टा लपेटा गया था। इसके साथ ही एसआईटी को जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। अब चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। जाहिद ने बालिका के पिता से रुपये उधार लिए थे और वापस न करने पर हुए अपमान का बदला लेने के लिए बालिका का हत्या कर दी थी। मुख्य आरोपी जाहिद और उसके साथी को पुलिस ने गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।
जब बच्ची का शव मिला तो मेहंदी मौके से फरार हो गया था। भागते समय उसने कहा था जिसको जो करना है कर लो। अब इस मामले में एसआईटी जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। बच्ची के परिवार से बदला लेने के लिए जाहिद और असलम ने मासूम की हत्या की थी जबकि मेहंदी और उसकी पत्नी ने हत्या करने वाले आरोपियों की मदद की थी। जाहिद की पत्नी के दुपट्टे में ही बच्ची का शव रखा गया था। जाहिद के घर में रखा फ्रिज एकदम साफ-सुथरा मिला। पुलिस के अनुसार संभवतः बालिका की हत्या के बाद शव को फ्रिज में शव रखने की तैयारी थी। पुलिस सभी बिंदुओं को लेकर अब जाहिद की पत्नी और भाई मेहंदी हसन से पूछताछ कर रही है। मेंहदी पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। जिस दिन मासूम बच्ची का शव मिला, उसी दिन लोगों ने मेंहदी की जमकर पिटाई की थी जिसके बाद से वो फरार हो गया था।
एक जुआरी, दूसरा हत्यारा
इससे पहले मोहम्मद जाहिद और मोहम्मद असलम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ। मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाला मोहम्मद जाहिद जुआरी है। उसके दोस्त उसे सट्टा किंग के नाम से भी बुलाते हैं। दूसरी ओर मोहम्मद असलम बच्ची की बेरहमी से हत्या करने से पहले और भी कई वारदात को अंजाम दे चुका है। उसे अपनी रिश्तेदार की बच्ची के यौन शोषण समेत कई आरोपों में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। यौन शोषण मामले में उसको 2014 में गिरफ्तार किया गया था। एक मामला दिल्ली के गोकुलपुरी का है। उस पर 2017 में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला भी दर्ज हुआ था।
टप्पल कांड को लेकर पुलिस महानिदेशक कार्यालय भी पल-पल की खबरें जुटाता रहा। एसएसपी स्तर से बालिका की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर पूरे घटनाक्रम से शासन को अवगत कराया जाता रहा। मीडिया ट्रायल के साथ ही सोशल मीडिया पर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोगों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने एसआइटी जांच, एनएसए व पॉक्सो एक्ट की कार्रवाई की घोषणा की है।
बाबा के मकान से गायब हुई थी बच्ची
पुलिस ने बच्ची की हत्या का भले ही पर्दाफाश करने का दावा किया हो, लेकिन परिजनों के मन में अब भी तमाम सवाल हैं। बच्ची अपने मकान से नहीं, बाबा के मकान से गायब हुई थी। पुलिस ने दावा किया था कि वह खेलते हुई हत्यारोपित जाहिद के घर पहुंची थी। 30 मई को बच्ची नहाने के बाद करीब साढ़े आठ बजे अपने घर से निकली थी। चंद कदम दूरी पर उसके परिवार के बाबा का घर है। बच्ची की मां ने बताया कि इन दो घरों के अलावा वह कहीं नहीं जाती थी। बाबा के घर का एक दरवाजा पीछे की ओर खुलता है जो आम रास्ता है। इसी दरवाजे के पास वह खेल रही थी जिसे उसकी दादी व अपने अन्य परिजनों ने देखा थ। कुछ देर बाद ही गायब हो गई। 12 बजे तक उसे तलाश किया गया लेकिन नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने तहरीर तो ले ली लेकिन गुमशुदगी अगले दिन दर्ज की। पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश कर बताया था कि बच्ची खेलते हुए जाहिद के घर पहुंची थी। जाहिद उसे बिस्कुट के बहाने अपने घर में ले गया।
अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने मासूम के हत्यारोपियों का किया बहिष्कार, वकील नहीं करेंगे पैरवी
अलीगढ़ के वकीलों ने मासूम के हत्यारोपितों के बहिष्कार की घोषणा की है। अलीगढ़ बार एसोसिएशन के सचिव अनूप कौशिक ने बताया कि इस तरह के अपराधी का न तो हम मुकदमा लड़ेंगे और न ही किसी अन्य बाहरी अधिवक्ता को मुकदमा लड़ने देंगे। अलीगढ़ का अधिवक्ता समाज बच्ची के पक्ष में मुकदमा लड़कर आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाने की मांग करेगा।