अलीगढ़ में ढाई साल की जिस मासूम बच्ची की निर्मम हत्या की गई, उसके पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने से इनकार कर दिया है।पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर से बुलावा भेजा गया था, जिस पर उन्होंने इनकार कर दिया।
रविवार को एसडीएम पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे, जहां उन्होंने उन लोगों की लिस्ट मांगी, जो मुख्यमंत्री योगी से मिलने जाएंगे। लेकिन बच्ची के पिता ने कहा कि अभी वह या उनका परिवार मुख्यमंत्री से मिलने नहीं जा सकता।उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 4 आरोपियों- मोहम्मद असलम, जाहिद, जाहिद का भाई मेंहदी और जाहिद की पत्नी को गिरफ्तार किया है। बच्ची जिस दुपट्टे से लिपटी थी, वह जाहिद की पत्नी का था। एक आरोपी अब तक शिकंजे से बाहर है।प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
पूरा देश सकते में
अलीगढ़ के टप्पल में मासूम बच्ची के साथ जिस हद तक दरिंदगी की गई, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हैवानियत की पूरी कहानी सामने आई है। यह बच्ची 30 मई को लापता हुई थी। अगले दिन माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। 2 जून को घर से कुछ ही दूरी पर बच्ची कूड़े के ढेर से मिली, जिसे कुत्ते नोंच रहे थे।पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की दोनों आंख डैमेज थीं। रीढ़ की सारी हड्डियां टूटी थीं। छाती पर जख्म थे। सिर की हड्डियां टूटी हुई थीं। सीधा हाथ कटा हुआ था। उसे जिस्म पर तेजाब भी डाला गया था।शरीर पर कुत्तों के नोंचे और काटे जाने के निशान थे।
इतना घिनौना बदला
जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो दिल कंपा देने वाले खुलासे हुए। जाहिद ने बच्ची के पिता से पैसे उधार लिए थे। जब उसने पैसे लौटाए तो उसमें 5 हजार रुपये कम थे। इस बात पर दोनों का झगड़ा हो गया।जाहिद को यह बात इतनी चुभ गई कि उसने बच्ची के पिता को सबक सिखाने का फैसला किया। 30 मई को उसने बच्ची को अगवा कर दिया।इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को घर के अंदर भूसे के नीचे छिपा दिया।