लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में सुधार का असर बैंकिंग सेवाओं पर भी नजर आएगा। कोरोना की दूसरी लहर की वजह से सीमित कर दी गईं बैंकिंग सेवाएं मंगलवार (1 जून 2021) से बहाल हो जाएंगी। यानी नकद जमा-निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस, लॉकर उपयोग, लोन प्रक्रिया समेत सभी बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) के समन्वयक व बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक ब्रजेश सिंह की ओर से सभी बैंको को इस संबंध में दिशा निर्देश सोमवार को जारी कर दिए गए हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्रजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी बैंको के उच्च अधिकारी शामिल हुए। बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार की नई गाउडलाइन और कोरोना कर्फ्यू के दौरान बैंकिंग गतिविधियों के संचालन पर चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि 1 जून से बैंकों में आमजन के लिए सभी बैंकिंग सुविधाएं सामान्य रूप से उपलब्ध कराई जाएं। बैठक में लिये गए निर्णय का प्रस्ताव भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजा गया, जिस पर सहमति मिलने के बाद 1 जून से आमजन सभी बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराने के निर्णय पर मुहर लगी।
गौरतलब है कि अप्रैल में कोरोना संक्रमण की दूसीर लहर की वजह से उत्तरन्न विषम हालात के मद्देनजर राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की ओर से बैंकिंग सेवाओं और समय को सीमित कर दिया गया था। इसके अनुसार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही बैंक अपने ग्राहकों को सेवाएं दे रहे थे। इस दौरान सिर्फ चार प्रकार की सेवाएं- नगद जमा-निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस और सरकारी लेनदेन ही उपलब्ध थीं। शाम 4 बजे बैंक बंद हो जाने का समय तय किया गया था।
इस दौरान बैंकों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों से ही काम लिया जा रहा था। इस व्यवस्था को रोटेशनल मोड में रखा गया था।