देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को लेकर तीन दिन चला राजनीतिक घटनाक्रमन जितना रोचक था, बुधवार को चौथा दिन उससे भी चौंकाने वाला रहा। विधायक दल की बैठक में उन तीरथ सिंह रावत को नेता चुना गया जो रेस में माने ही नहीं जा रहे थे। बहरहाल, पौड़ी गढ़वाल से लोकसभा सदस्य तीरथ अब इस पहाड़ी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके नाम की घोषणा की।

दरअसल, उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री को लेकर त्रिवेंद्र के इस्तीफे के बाद से ही सस्पेंस बना हुआ था। सीएम पद के लिए धन सिंह रावत और सतपाल महाराज का नाम सबसे आगे चल रहा था। हालांकि, सांसद अनिल बलूनी और अजय भट्ट तथा केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के नाम की भी चर्चा थी।

कौन है तीरथ सिंह रावत?

तीरथ सिंह का जन्म 9 अप्रैल 1964 को पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। वर्तमान में वह पौड़ी लोकसभा सीट से ही सांसद हैं। इससे पहले साल 2012-2017 में चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। उन्होंने श्रीनगर गढ़वाल के बिड़ला कॉलेज से समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएट और पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आरएसएस के साथ बतौर सामाजिक कार्यकर्ता जुड़ गए।

विधायकों से कराए गए हस्ताक्षर

सूत्रों के मुताबिक, रात भर भाजपा में जारी नए चेहरे की कवायद में विधायकों से फॉर्म भरवाया गया है। इसमें लिखा गया था कि मैं फलां नेता को मुख्यमंत्री बनाने के लिए सहमत हूं। नाम रिक्त रखा गया और हस्ताक्षर पहले से ही करवा दिए गए।

error: Content is protected !!