मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (Jio Platforms Limited) ने सोमवार को ऐलान किया कि अमेरिकी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स (Silver Lake
Partners) जियो प्लेटफॉर्म में 5,655.75 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह निवेश जियो प्लेटफॉर्म की इक्विटी वैल्यू 4.90 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइजेस वैल्यू 5.15 लाख करोड़ रुपये पर किया गया है। इस निवेश के साथ जियो प्लेटफॉर्म में सिल्वर लेक की 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी हो जाएगी। गौरतलब है कि पिछले महीने ही दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इस निवेश के बाद जियो प्लेटफॉर्म में फेसबुक की 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई है। 22 अप्रैल को रिलायंस इंडस्ट्रीज और फेसबुक ने इस निवेश की घोषणा की थी। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश था।
रिलायंस जियो ने इस डील पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि COVID-19 महामारी के कारण हुए गंभीर आर्थिक संकट के मद्देनजर विश्व स्तर पर और विशेष रूप से भारत के भीतर सिल्वर लेक से हुई यह डील भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार का एक महत्वपूर्ण घटक होगा। सिल्वर लेक के साथ डील पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “सिल्वर लेक फर्म का दुनिया भर की बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप का शानदार रिकॉर्ड रहा है। टेक्नोलॉजी और फाइनेंस के मामले में सिल्वर लेक कंपनी काफी लोकप्रिय है।”
सिल्वर लेक के सह-सीईओ और मैनेजिंग पार्टनर एगॉन डरबन ने इस डील पर खुशी जताते हुए कहा कि रिलायंस जियो दुनिया की बेहतरीन कंपनियों में से एक है। इसे मजबूत मैनेजमेंट और बेस्ट टीम के जरिए चलाया जा रहा है। कंपनी बड़े पैमाने पर ग्राहकों और छोटे कारोबारियों के लिए कम लागत वाली डिजिटल सेवाएं देती है। ऐसे में इस बाजार में संभावनाएं बहुत अधिक हैं।
जियो की और हिस्सेदारी बेचना चाहती है रिलायंस
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 30 अप्रैल को चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा से पहले हुई बोर्ड बैठक में जियो प्लेटफॉर्म की करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी और बेचने की बात कही थी। रिलायंस ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा था कि कई वैश्विक निवेश जियो प्लेटफॉर्म में निवेश को लेकर रुचि दिखा रहे हैं। इनमें से कुछ निवेश का ऐलान आने वाले महीनों में हो सकता है। इस घोषणा के पांच दिन बाद ही सिल्वर लेक ने निवेश कर दिया है।
पिछले साल अगस्त में RIL के सीएमडी मुकेश अंबानी ने मार्च 2021 तक कंपनी को कर्जमुक्त कंपनी बनाने का ऐलान किया था। इसी को लेकर रिलायंस अपनी की हिस्सेदारी बेच रही है। रिलायंस ने सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के साथ भी हिस्सेदारी बेचने को लेकर समझौता किया है। इस सौदे में देरी हो रही है। इसके अलावा रिटेल कारोबार में बीपी के साथ समझौता किया गया है।
RIL ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के मध्य में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमें फेसबुक, सउदी अरैमको और बीपी का निवेश शामिल है। अब सिल्वर लेक का निवेश भी शामिल हो गया है। इसके अलावा रिलायंस ने हाल ही में 53,125 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू लाने की घोषणा भी की है।
अमेरिका की निजी इक्विटी फर्म है सिल्वर लेक पार्टनर्स
सिल्वर लेक पार्टनर्स अमेरिका की एक निजी इक्विटी फर्म है जो दुनियाभर की टेक कंपनियों में निवेश करती है। सिल्वर लेक ने एयरबीएनबी, अलीबाबा, आंट फाइनेंशियल, अल्फाबेट की वैरिली एंड वायमो यूनिट्स, डेल टेक्नोलॉजी और ट्वीटर समेत कई वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियों में निवेश कर रखा है। अब सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म में बड़ा निवेश किया है। सिल्वर लेक के पास करीब 40 बिलियन डॉलर के कंबाइड एसेट अंडर मैनेजमेंट हैं।