नई दिल्ली। एक कार्यक्रम के दौरान शियाओं के धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने अयोध्या में विवादित ढांचा मामले में बड़ा बयान दिया है। मौलाना कल्बे सादिक ने कहा है कि अगर अयोध्या मामले में फैसला मुसलमानों के हक में ना हों तो उन्हें उसे शांतिपूर्वक स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर फैसला मुसलमानों के हक में न हो तो भी वे खुशी-खुशी जमीन हिंदुओं को दे दें। उन्होंने कहा कि कुछ देने से ही कुछ मिलता है और ऐसा करने से हम करोड़ो हिंदुओं का दिल जीत लेंगे।
मौलाना कल्बे सादिक ने अयोध्या में विवादित ढांचा मामले में मुसमलानों से उनके पक्ष में ना आए फैसले को शांतिपूर्वक स्वीकार करने के लिए कहा वहीं तो दूसरी ओर उन्होंने हिंदुओं को जमीन देने की बात भी कही।बता दें कि राम जन्मभूमि, बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट 5 दिसंबर से अंतिम सुनवाई करेगा।
And if the Babri Masjid verdict is in favor of Muslims the they should happily give the land to Hindus: Maulana Kalbe Sadiq, Shia cleric pic.twitter.com/RPPsly41V7
— ANI (@ANI) August 13, 2017
Maulana Sb (Kalbe Sadiq) has won our hearts. Lord Ram is neither of Hindus nor of Muslims. He is soul of India: Dr. Harsh Vardhan Union Min pic.twitter.com/aCBxPJdQ19
— ANI (@ANI) August 13, 2017
इस कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कल्बे सादिक के बयान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह बात कह कर मौलाना साहब ने सबका दिल जीत लिया है। हर्षवर्धन के मुताबिक भगवान श्रीराम न हिंदुओं के और न मुसलमानों के बल्कि वह तो भारत की आत्मा हैं।
आपको बता दें कि राम जन्मभूमि मामले पर 11 अगस्त को सात साल बाद सुनवाई हुई है। सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से बात कर कहा था कि न्यायालत पहले दो मुख्य पक्षों की पहचान करेगा। कोर्ट ने ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुवाद के लिए तीन महीने का समय भी दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई 5 दिसंबर को होनी है। इससे पहले 8 अगस्त को शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा भी दायर किया था। इसमें कहा गया था कि अयोध्या में विवादित जगह पर राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए और मस्जिद का निर्माण पास के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में होना चाहिए।