रामपुर। नियम-कानून की धज्जियां उड़ाकर जमीन हथियाने के मामले में फंसे रामपुर से सपा सांसद मोहम्मद आजम खान की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन पर मनी लांड्रिंग का शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। ईडी इसके लिए आजम खान से संबंधित मुकदमों की जानकारी जुटा रहा है।

प्रवर्तन निदेशालय ने रामपुर के जिलाधिकारी से आजम खान के खिलाफ कार्रवाई और उनसे संबंधित संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। पुलिस से जमीनों पर अवैध कब्जों से लेकर अन्य सभी मामलों में दर्ज मुकदमों की प्रतियां भी मांगी गई हैं। रामपुर के जिलाधिकारी ने बताया कि ईडी ने जो दस्तावेज मांगे हैं, वे उन्हें इकट्ठा करवा रहे हैं। ईडी ने पत्र में पूछा है कि इस बात की जानकारी दी जाए कि हमने कितनी जांच की है? उनकी (आजम खान की) कितनी संपत्तियां और परिसंपत्तियों हैं और कितनी जगह पर अवैध कब्जे हैं?  

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान इन दिनों किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करने को लेकर सुर्खियों में हैं। पिछले कुछ दिनों में आजम खान, पूर्व सीओ  आले हसन और मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ रामपुर में कुल 27 एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी हैं। इनमें से दो एफआईआर जिला प्रशासन जबकि 25 किसानों ने दर्ज कराई हैं।

किसानों का आरोप है कि आजम खान ने उप्र की सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए दबाव डालकर उनसे जमीन हथिया ली। हालांकि  आजम खान का कहना है कि किसानों से जो भी जमीन ली गई, उसके एवज में उन्हें रुपये दे दिए गए थे। जमीन हथियाई नहीं, बल्कि खरीदी गई है।

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