अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 आतंक विरोधी अभियान के लिए दिए थे। बिना अमेरिका की अनुमति के पाकिस्तान इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई में नहीं कर सकता।
वाशिंगटन। अमेरिका में बने एफ-16 जंगी विमान का भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर पाकिस्तान फंस गया है। इन विमानों को लेकर अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार से जवाब मांगा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने शर्तों का उल्लंघन किया है।
अमेरिका विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी जानकारी में यह मामला सामने आया है कि पाकिस्तान ने विमान समझौते का उल्लंघन किया है। हम इससे संबंधित जानकारी मांग रहे हैं।” रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोन फॉल्कनर ने कहा कि एफ-16 विमान के समझौते की जानकारी को हम सार्वजनिक नहीं कर सकते लेकिन इस बात से हम अवगत हैं कि पाकिस्तान ने इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया है।
दरअसल, 80 के दशक में अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान आतंक विरोधी अभियान के लिए दिए थे। शर्तों के अनुसार बिना अमेरिका की अनुमति के पाकिस्तान एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई में नहीं कर सकता। इसका इस्तेमाल आत्मरक्षा में तो किया जा सकता है लेकिन हमले के लिए नहीं।
एफ-16 युद्धक विमान अमेरिका में बना विमान है। इसमें लगने वाली एमरॉम मिसाइल भी अमेरिका में ही बनती है। इस विमान के इस्तेमाल के लिए अमेरिका की कई शर्तें होती हैं। नियमानुसार पाकिस्तान को दूसरे देश के खिलाफ इसका इस्तेमाल करने से पहले अमेरिका की इजाजत लेनी होगी। नियमों का उल्लंघन करने पर अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है। इसी कारण पाकिस्तान काफी सहमा हुआ है। दरअसल, भारत ने गुरुवार को जो सबूत पेश किए थे वे इस बात को पुख्ता कर रहे हैं कि भारत में हमला करने के लिए घुसे विमान एफ-16 ही थे।
गौरतलब है कि भारत द्वारा बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बुधवार को पाकिस्तान के विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र का न सिर्फ उल्लंघन किया, बल्कि इन विमानों का मकसद भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था। समय रहते भारतीय विमानों ने उनका पीछा किया और तीन में से एक विमान को मार गिराया। भारत इस विमान को एफ-16 बता रहा है जबकि पाकिस्तान इसे दूसरा विमान बता रहा है।
भारत ने कुछ सबूत दिखाए हैं जो यह साबित करते हैं कि भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसने वाले लड़ाकू विमान एफ-16 ही थे। गुरुवार को वायुसेना ने इसके सुबूत देते हुए कुछ तस्वीरें जारी की थी। ये तस्वीरें पहले पाकिस्तान की तरफ से दिखाई गई थीं और इस विमान के मलबे को भारतीय युद्धक विमान मिग-21 का बताया था। इन तस्वीरों में विमान के मलबे के पास पाकिस्तान की सात नॉर्दर्न लाइट इन्फैंट्री के अधिकारी खड़े दिखाए गए थे। लेकिन, गुरुवार को वायुसेना ने इस झूठ की कलई खोलकर रख दी। भारतीय वायुसेना ने कहा है कि यह मलबा उसी एफ-16 विमान का है जिसे भारतीय विमान ने मार गिराया था। एफ-16 का यह मलबा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पाया गया था। सबूतों के तौर पर भारत ने नियंत्रण रेखा के पास राजौरी में मिला एमरॉम मिसाइल का टुकड़ा भी सामने रखा था। एमरॉ मिसाइल केवल एफ-16 से ही दागी जा सकती है।
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