बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या (Gang rape and murder) के मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी तस्दीक किया है कि दुष्कर्मियों ने हैवानियत की सभी हदें पार कर दी थीं। इस मामले में भी गुनहगार दुनियाभर में चर्चा में रहे दिल्ली के निर्भया कांड के दोषियों की तरह ही दरिंदे हैं। उधैती इलाके में रविवार रात एक धर्मस्थल में एक महिला के साथ बलात्कार के बाद हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया गया बल्कि हैवानों ने उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा फट गया। 

 आरोपितों ने महिला का एक पैर और एक पसली तोड़ दी थी। शरीर का सारा खून बह जाने की वजह से उसकी मौत हो गई। उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के पुजारी सत्यनारायण दास, मेवली निवासी वेदराम और यशपाल के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक आरोपित को  गिरफ्तार कर लिया गया है।

एफआईआर के मुताबिक, महिला रविवार शाम धर्मस्थल पहुंची थी। सात घंटे बाद यानी रात 12 बजे पुजारी सत्यनारायण दास, वेदराम और यशपाल उसे अर्द्धनग्न हालत में घर के बाहर फेंक गए। उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। उसका एक पैर टूटा हुआ था। परिवारीजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी  लेकिन पुलिस सोमवार दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंची।  बाद में पुलिस ने मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टाल दिया।

मंगलवार दोपहर बाद महिला के शव का पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया। महिला के शव की हालत देखकर खुद चिकित्सक तक हैरान रह गए।  पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी हिस्सा फट गया। उसकी बाईं सातवीं पसली टूटी मिली। बायां फेफड़ा भी फटा हुआ था। बायां पैर की हड्डी भी टूटी मिली।

बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला की मौत के मामले में हत्या और दुष्कर्म आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 376 डी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि शुरुआत में उधैती थाना पुलिस ने मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश की थी।

 

 

 

 

 

 

 

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