नई दिल्‍ली। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। उन्‍होंने अपने भाषण में कहा, “यकीन हो तो कोई रास्‍ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है।” अगले कुछ वर्षों में हमारी अर्थव्‍यवस्‍था 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। बजट में ढांचागत विकास और न्‍यू इंडिया पर जोर है। देश का हर व्‍यक्ति बदलाव महसूस कर रहा है। वर्तमान में भारत छठी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है  जो कि पहले 11वें नंबर पर थी। हमने अपनी योजनाओं पर अमल किया है। खाद्य सुरक्षा पर खर्च दोगुना किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में हर लक्ष्‍य पूरा करेंगे। उच्च शिक्षा संस्थाओं के विकास के लिए 400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

सीतारमण ने कहा कि मुद्रा लोन के जरिये लोगों की जिंदगी में बदलाव आया है। सरकारी प्रकिया को और सरल बनाएगी। देश को प्रदूषण मुक्‍त बनाने का लक्ष्‍य है। चूल्‍हे-चौके के धुंए से देश को मुक्ति मिली है। भारत रोजगार देने वाला देश बना है। सबको घर देने की योजना पर बल दिया जाएगा।

बजट (बहीखाता) भाषण की प्रमुख बातें

-हमारी सरकार शहरीकरण को चुनौती की बजाय अवसर के रूप में देखती है

– सबको स्वच्छ पेयजल मुहैया कराना हमारा लक्ष्य

– सिंगल ब्रांड रिटेल में एफडीआई की सीमा बढ़ाएंगे

– 95 प्रतिशत से अधिक शहर खुले में शौच से मुक्त घोषित, 1700 शहरों सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया

– प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 47 लाख आवासों का निर्माण

– अन्नदाता को उर्जादाता बनाएंगे

– 5 साल में 10 हजार किसान उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे

– 7 करोड़ घरों को बिजली देने का लक्ष्य, 2022 तक गांव के हर परिवार को बिजली

– बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश

– बिजली टैरिफ में सुधार की योजना, वन नेशन वन ग्रिड योजना पर पर काम

– छोटो और लघु उद्योगों के लिए ऑनलाइन पोर्टल, बिजली टैरिफ में सुधार की योजना

-देश ने राष्ट्र को आगे रखकर वोट दिया
-इकॉनोमिक रिफॉर्म पर भी हमारा फोकस-अगले कुछ साल में भारत को $5 लाख करोड़ की इकॉनामी बनाएंगे
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लक्ष्य हासिल करेंगे
-FY20 $3 लाख करोड़ की इकोनॉमी हो जाएगी
-2025 में $5 लाख करोड़ की इकॉनामी हो जाएगी
-परचेसिंग पॉवक में भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यव्सथा
-5 साल में $1 लाख करोड़ इकॉनामी में जोड़े
-नौकरियों के लिए भी ज्य़ादा निवेश की ज़रुरत
-हम आर्थिक विकास बढ़ाने का काम कर रहे हैं, हमारा जोर रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर है. हम न्यू इंडिया की ओर बढ़ रहे हैं
-भारतमाला से सड़कों के बेहतर विकास होगा, उड़ान स्कीम से छोटे शहरों को जोड़ा जा रहा है
-इंफ्रा, डिजिटल में ज्यादा निवेश की ज़रुरत
-भारतमाला प्रोजेक्ट से कारोबार में बढ़ोत्तरी होगी
-सागरमाला प्रोजेक्ट पर सरकार का फोकस
-रोजगार के लिए ज्य़ादा निवेश की ज़रुरत
-देश में 210 मेट्रो लाइनों का परिचालन शुरू
-रेलवे में निजी भागीदारी में बढ़ाई जाएगी
-रेलवे में पीपीपी मॉडल का इस्‍तेमाल करेंगे
-रेलवे में आदर्श किराया योजना लागू करेंगे
-MSME के लिए 350 करोड़ का आवंटन
-रेलवे के बुनियादी ढांचे को ठीक करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये
-सबको घर देने की योजना पर जोर
-3 करोड़ दुकानदारों को पेंशन देने का लक्ष्‍य

इस बार बजट को “बहीखाता” का नाम दिया गया है। इस बजट में संभावित रूप से किसानों, कारोबारियों, बुजुर्गों और युवाओं का खास ख्‍याल रखा जा सकता है।

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