नई दिल्ली। बालाकोट एयरस्ट्राइक में उड़ान नियंत्रक (Flight controller) की भूमिका निभाने वाली भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान के लड़ाकू विमान कैसे खदेड़े गए। मिंटी ने कहा कि भारत के एक्शन के बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन हमारे विमानों की तैनाती को देखकर वह डरकर भाग गए थे।
मिंटी ने बताया कि बालाकोट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद ही हमें इस बात का अंदेशा था कि पाकिस्तान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए हम पहले से ही तैयार थे और उन्होंने (पाकिस्तानी वायुसेना ने) केवल 24 घंटों में भी जवाबी कार्रवाई की। स्क्वाड्रन लीडर ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया है तो उन्हें काफी खुशी हुई थी।
मिंटी ने कहा, “मैंने 26 फरवरी और 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना के दोनों अभियानों में हिस्सा लिया था। विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान जब अपने विमान के साथ हवा में थे तब वह एयर कम्यूनिकेशन के जरिए हमारे संपर्क में थे। मैं उनमें से एक थी जो उन्हें आसमान की परिस्थितियों की पल-पल की जानकारी दे रही थी। मैंने ही उन्हें दुश्मन के विमानों की स्थिति के बारे में अवगत कराया था। अभिनंदन ने लड़ते हुए पाकिस्तानी एफ-16 विमान को मार गिराया था। हमारी सीमा में दुश्मन के कई विमान थे और हमारे विमान हर ओर से उन पर हमला कर रहे थे।”
पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 विमानों को खदेड़ने के लिए हुई कार्रवाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने कहा कि वह इस पदक को पाकर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।