विपक्षी गठबंधन नेशनल यूनिटी फ्रंट महज सात सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका। 300 सदस्यों वाली संसद में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 151 है।
ढाका। बांग्लादेश में हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने शानदार जीत दर्ज की है। अवामी लीग ने 300 में से 266 सीटों पर जीत दर्ज की। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के नेतृत्व वाला मुख्य विपक्षी गठबंधन नेशनल यूनिटी फ्रंट (NUF) महज सात सीटों पर जीत दर्ज कर सका। BNP ने आम चुनावों के परिणाम को खारिज कर दिया है जिसके बाद चुनाव आयोग ने अवामी लीग की जीत की घोषणा कर दी है। हालांकि, चुनाव आयोग ने धांधली के आरोपों की जांच भी शुरू कर दी है। शेख हसीना चौथी बार बांग्लदेश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं।
बांग्लदेश में आम चुनाव के दौरान विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में मरने वालों की संख्या 17 पहुंच गई है। विपक्षी दलों का आरोप है कि ये चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए हैं। मुख्य विपक्षी गठबंधन NUF ने निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के अधीन फिर से चुनाव कराने की मांग की है।
विपक्षी गठबंधन एनयूएफ को महज सात सीटें
300 में से 299 सीटों के नतीजे आ गए हैं और आवामी लीग के नेतृत्व में बने गठबंधन ने 300 में से 266 सीटों पर जबरदस्त जीत दर्ज की है। आवामी लीग ने 266 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि उसकी सहयोगी जतिया पार्टी को 21 सीटें मिली हैं। विपक्षी गठबंधन नेशनल यूनिटी फ्रंट महज सात सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका। 300 सदस्यों वाली संसद में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 151 है।
आयोग के मुताबिक, इस चुनाव में कुल 1848 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। कुल 300 में से 299 संसदीय सीटों के लिए मतदान हुआ। चुनाव में 40183 मतदान केंद्र बनाए गए थे। हिंसा की आशंका के चलते मतदान के दौरान सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के जवानों सहित छह लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था।
मोदी ने दी हसीना को बधाई
इस बीच शेख हसीना को बधाइयां मिलनी भी शुरू हो गई हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना को फोन कर जीत की बधाई भी दी है। भाजपा नेता राम माधव ने ट्विट कर शेख हसीना की पार्टी को बधाई दी। उन्होंने लिखा की बांग्लादेश में शांति स्थापित करने के लिए अवामी लीग की जीत काफी महत्वपूर्ण है
शेख हसीना गोपालगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से एक तरह से निर्विरोध चुनाव जीतीं। उन्हें 2,29,539 जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीएनपी के उम्मीदवार को महज 123 वोट मिले। आवामी लीग के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे बांग्लादेश वनडे क्रिकेट टीम के कप्तान मशर्फे बिन मुर्तजा ने भी एकतरफा जीत दर्ज की। मुर्तजा को 2,74, 418 वोट मिले।
भ्रष्टाचार के आरोपों में 10 साल की जेल की सजा पा चुकी
खालिदा जिया के चुनाव लड़ने पर पाबंदी है जबकि रहमान कानून से बचने के लिए लंदन
में रह रहे हैं। रहमान को 2004 की एक रैली पर हथगोले से हुए हमले की साजिश रचने के मामले में आजीवन
कारावास की सजा सुनाई गई थी।