नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सरकार की मदद के लिए एक सर्वदलीय टास्क फोर्स बनाने का सुझाव दिया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बताया कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से गुजारिश की कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद के लिए केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों का टास्क फोर्स बनाई जाये।
गुलाम नबी आजाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में ज्यादातर विपक्षी दलों ने लॉकडाउन बढाने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री के साथ विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बाद आजाद ने कहा, “ज्यादातर विपक्षी नेताओं, करीब 80 प्रतिशत ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की बात की।”
कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोविड-19 से मुकाबले में विपक्ष केंद्र सरकार के साथ है। हमारा पहला मकसद मिलकर वायरस के संक्रमण को रोकना, उसे जड़ से खत्म करना है। आजाद ने कहा कि बुधवार को संसद में विभिन्न दलों के नेताओं (फ्लोर लीडर्स) से हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रवैया भी बहुत सकारात्मक रहा। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सेंट्रल विस्टा के निर्माण और वेलफेयर फंड को कर्मचारियों में वितरित किए जाने के सुझाव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की मियाद बढ़ाने के सुझाव उनके पास आ रहे हैं लेकिन कोई भी कदम उठाने से पहले वह मुख्यमंत्रियों और अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श करेंगे। प्रधानमंत्री 11 अप्रैल को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे और कोरोना वायरस फैलने, लॉकडाउन और इससे जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
आजाद ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से कोरोना वायरस की बड़े पैमाने पर जांच करने और इसे मुफ्त किए जाने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि देश के करीब 45 करोड़ श्रमिकों को मदद देने, फसलों की कटाई और उपज की खरीद में किसानों की मदद करने, खाद, कीटनाशक और खेती में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों पर जीएसटी खत्म करने और किसानों के कर्ज पर ब्याज के भुगतान को 6 महीने के लिए टालने के सुझाव भी दिए गए।
भारत में हुए प्रयास की आजाद ने की सराहना
आजाद ने कहा कि कोविड-19 को लेकर भारत ने भी जनवरी 2020 में सतर्कता भरे प्रयास शुरू कर दिए थे। यह एक नई बीमारी है। नए वायरस से फैली है। इस बीमारी का अनुमान लगाने में दुनिया के विकसित देश तक काफी चूक गए। इसलिए यह कहना ठीक नहीं होगा कि भारत ने समय पर इसको लेकर संवेदनशीलता नहीं दिखाई। उन्होंने ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आप दुनिया के विकसित देशों के आंकड़े देखेंगे, तो भारत में इसके संक्रमितों की संख्या अभी तक काफी कम है।
किसानों को फसल काटने के लिए मिले छूटः अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी बताया कि बैठक में कांग्रेस ने सुझाव दिया है 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान किसानों को अपनी फसलों को काटने के लिए छूट मिलनी चाहिए। इसके अलावा खाद पर लगने वाले सभी करों को वापस लिया जाना चाहिए। अधीर रंजन ने बताया कि पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी को सुझाव दिया कि फसलों की कटाई में मनरेगा के तहत पंजीकृत ग्रामीणों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।