नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच खराब रिश्ते की आग में बहुत कुछ झुलसा है। द्विपक्षीय व्यापार लगभग ठप है तो खेल संबंध भी ठप जैसे ही हैं। भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों ने लंबे अर्से से एक—दूसरे के यहां क्रिकेट नहीं खेली है। यहां तक कि एशिया इलेवन की टीम में भी भारत पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ शामिल नहीं होना चाहता। बीसीसीआई ने शर्त रखी है कि बांग्लादेश में वर्ल्ड इलेवन के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले में टीम इंडिया के खिलाड़ी तभी शामिल होंगे जब पाकिस्तानी खिलाड़ी उसमें ना खेलें।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड अपने देश के संस्थापक शेख मुजीब उर रहमान का जन्मशताब्दी मना रहा है। बांग्लादेश में इस मौके पर एशिया इलेवन और वर्ल्ड इलेवन के बीच दो टी20 मुकाबल होंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) से इन मैच को आधिकारिक दर्जा देने की गुजारिश की गई है। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते को देखते हुए यह साफ है कि मैच में दोनों देशों में से किसी एक टीम के ही खिलाड़ी भाग लेंगे। भारत पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहता है और ऐसे में यह तय है कि एशिया इलेवन की टीम में वह पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ शामिल नहीं होगा।
बीसीसीआई के संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज ने गुरुवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी एशिया इलेवन में होंगे ऐसा कुछ होने ही नहीं वाला है क्योंकि जो संदेश मिला है उसके अनुसार पाकिस्तान के खिलाड़ियों को न्योता नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, “जो बात हमें पता है कि एशिया इलेवन की टीम में कोई भी पाकिस्तान का खिलाड़ी नहीं होगा। जो संदेश मिला है उसके मुताबिक तो यह सवाल ही नहीं उठता कि दोनों देश साथ में आ रहे हैं या फिर किसी एक को चुना जाएगा। सौरव गांगुली इस बात को तय करेंगे कि वे कौन से पांच भारतीय खिलाड़ी होंगे जो एशिया इलेवन की टीम में शामिल होंगे।”
गौरतलब है हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने भारत की सुरक्षा को पाकिस्तान से भी खराब बताया था। उन्होंने कहा था, “हमने साबित किया कि पाकिस्तान सुरक्षित है। अगर कोई यहां नहीं आता है तो वह इस बात को साबित करना चाहिए कि यह जगह असुरक्षित है। इस वक्त तो भारत में पाकिस्तान कि तुलना में कहीं ज्यादा सुरक्षा को लेकर खतरा है।”