रामपुर। सपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल और मुलायम सिंह यादव के खासमखास मोहम्मद आजम खान की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। भू-माफिया घोषित हो चुके आजम खान अपने बेटे की जन्मतिथि में घपले के मामले से बाहर नहीं निकल पाए थे कि उनकी मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर प्रशासन ने गुरुवार को एक और बड़ी कार्रवाई कर दी। चकरोड प्रकरण में तीन थानों की फोर्स ने मिलकर 17 बीघा जमीन पर बनी जौहर यूनिवर्सिटी की दीवार को बुलडोजर तोड़कर रास्ता बनवाया। आजम खान इस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति हैं।

चकरोड की 17 बीघा जमीन पर बने निर्माण को हटाने के लिए विश्वविद्यालय को प्रशासन की ओर से नोटिस दिया गया था। इसके बावजूद जौहर यूनिवर्सिटी की तरफ से निर्माण नहीं हटाया गया जिसके बाद अब कार्रवाई की गई। 

गौरतलब है कि चकरोड की 17 बीघा जमीन जौहर ट्रस्ट ने विनिमय के आधार पर ली थी। इसके बाद राजस्व परिषद ने विनिमय को रद्द कर दिया था और प्रशासन ने जमीन पर कब्जा कर यूनिवर्सिटी को नोटिस भेजा था। 

 भाजपा नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर राजस्व परिषद द्वारा जौहर विश्वविद्यालय में स्थित चक रोडों को खाली करने के खिलाफ सपा सांसद आजम खां द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद प्रशासन ने पहले ही जौहर विश्वविद्यालय परिसर में स्थित 17.5 बीघा जमीन पर कब्जा ले लिया था। इसके साथ ही जमीन को ग्राम समाज के खाते में दर्ज करते हुए इसे आलियागंज के प्रधान की सुपुर्दगी में दे दिया गया था। जौहर विश्वविद्यालय के कैंपस में स्थित वीसी का आवास, साइंस फैकेल्टी के निकट स्थित एक भवन और मेडिकल कॉलेज का कुछ हिस्सा चकरोड के चिन्हीकरण की जद में आया था।

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