लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में यहां के ऐतिहासिक घंटाघर पर धरना-प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने फिऱ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही 172 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद ठाकुरगंज थाने में आठ लोगों को नामजद करते हुए एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन पर लोगों को खाने का लालच देकर धरने पर बैठाने का आरोप है।
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज प्रमोद कुमार मिश्र के अनुसार, मंगलवार को कुछ महिलाओं के कहने पर रहमत अब्बास, शाह आलम, फरहद सिद्दीकी, रय्यान, अरशद अली, मोहम्मद शादाब, फरहान अकरम, फैसल व अन्य महिलाएं घंटाघर पर पहुंची थीं। आरोप है कि खाना बांटने का लालच देकर आरोपित सैकड़ों लोगों को एकत्र कर नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस के मना करने पर उन्होंने धक्कामुक्की की। जिस वाहन से प्रदर्शनकारी महिलाओं को लाने और छोडऩे का काम किया जाता है, पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। विरोध और हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मौके से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य की तलाश की जा रही है।
इससे पहले ठाकुरगंज पुलिस ने शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना समेत 11 महिलाओं, 11 पुरुषों और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। आरोप था कि हिंसा का एक आरोपित प्रेम नगर बरौरा निवसी अब्दुल हफीज, जो जेल से सशर्त छूटकर आया, शनिवार को वह घंटाघर पहुंच गया, जहां उसको सम्मानित किया गया। आरोपितों ने पुलिस के खिलाफ अचानक नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देखकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की तो उनसे धक्का-मुक्की की गई। यही नहीं, आरोपितों ने सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ भ्रामक सूचनाएं चलाईं। सड़क पर आरोपितों की गाड़ियां खड़ी होने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पर्यटकों से भी अभद्र व्यवहार किया। पुलिस ने इस मामले में नितिन राज, यामीन खान, आसिफ खान, नसरीन खान, जियाऊद्दीन, जीनत कौशल, सुमैया राना, उजमा परवीन, रेहाना, रानी, रऊफ, पूजा शुक्ला, रुखसाना जिया, सबी फातिमा, , सैफुद्दीन, मो वसी, सुनील बेग, फैयाज अहमद, आसफिया खातून, रेशमा, एबाद अहमद और अब्दुल हफीज समेत 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। वहीं, हंगामा करने के आरोप में एबाद और आइसा पदाधिकारी नितिन राज को गिरफ्तार कर लिया गया।