प्रयागराज। अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के चौफट स्थित कार्यालय और चकिया वाले घर पर सीबीआइ ने बुधवार सुबह छापा मारा। सीबीआइ लखनऊ की टीम की इस कार्रवाई के दौरान पुलिस, पीएसी और आरएएफ की कई टीमें अतीक के घर और दफ्तर के बाहर तैनात रहीं। दरअसल, देवरिया जेल में कारोबारी मोहित जायसवाल को पीटने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ जांच का आदेश दिया है। इस मामले में अतीक और उनका बेटा उमर नामजद हैं।
सीबीआई ने मोहित जायसवाल के अपहरण की कथित रूप से साजिश रचने के मामले में हाल ही में पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के एक करीबी सहयोगी जफर उल्लाह के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था। अधिकारियों ने बताया था कि सीबीआई दिसंबर 2018 में रियल एस्टेट डीलर मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले के आरोपों पर पूर्व सपा संसद अतीक अहमद के खिलाफ मामला पहले ही दर्ज कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद पिछले महीने यह मामला दर्ज किया गया था।
सीबीआई की प्राथमिकी में दावा किया गया था कि जायसवाल का लखनऊ से अपहरण करके देवरिया जेल ले जाया गया जहां पहले से बंद अतीक अहमद और उनके सहयोगियों ने उस पर कथित रूप से हमला किया और उसका कारोबार उन्हें हस्तांतरित करने को मजबूर किया। पिटाई से मोहित के हाथ की अंगुली टूट गई थी। मामला सामने आने के बाद जांच के लिए छह सदस्यों की जांच टीम गठित की गई थी।
अतीक अहमद 2004 से 2009 तक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 14वीं लोकसभा में सपा के सांसद रहे थे।