नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (cbse) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं को अब प्रवेश-पत्र यानी एडमिट कार्ड पर अभिभावक के हस्ताक्षर कराने होंगे। सीबीएसई ने 2020 में होने वाली परीक्षाओं से इसे लागू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी हैं।
सीबीएसई के अनुसार ऐसा करना इसलिए जरूरी था क्योंकि एडमिट कार्ड में हुई त्रुटि से छात्र-छात्राओं और उनके माता- पिता को आगे चलकर परेशानी होती है। इसे देखते हुए ही बोर्ड ने अपने से संबद्ध स्कूलों को रजिस्ट्रेशन फार्म की जांच तीन बार करने को कहा है। इसमें रजिस्ट्रेशन तो स्कूलों द्वारा किया जा रहा है लेकिन छात्र-छात्राओं से भी जांच कराई जा रही है। विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड जांचने के बाद माता-पिता को भी दिखाना होगा जिससे त्रुटि को सही कराया जा सके। अभिभावक के हस्ताक्षर के बाद एडमिट कार्ड फिर से स्कूल में जमा कराना होगा।
सीबीएसई की जनसंपर्क अधिकारी रमा शर्मा ने मंगलवार को बताया, “10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए एडमिट कार्ड में अभिभावक के हस्ताक्षर कराना अब अनिवार्य है। इसके लागू होने के बाद एडमिट कार्ड में हुई किसी त्रुटि का जिम्मेदार बोर्ड नहीं होगा और अभिभावक बोर्ड पर किसी प्रकार का आरोप नहीं लगा सकेंगे।” सीबीएसई द्वारा किए गए इस बदलाव से साफ तौर पर स्पष्ट हो गया है कि इस प्रक्रिया के बाद किसी भी प्रकार की त्रुटि बाद में सही नहीं की जाएगी। इसके अलावा 9वीं और 11वीं में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन के साथ 10वीं और 12वीं की भी एलओसी (लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स) भरवाई जा रही है।
अर्धवार्षिक परीक्षा की डेटशीट जारी
सीबीएसई समेत शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले दिल्ली के तमाम स्कूलों के लिए परीक्षा की डेटशीट जारी कर दी गई है। कक्षा आठ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए 11 सितंबर से 30 सितंबर तक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा जिसमें छठी से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को सुबह साढ़े 9 से 12 बजे तक परीक्षा देनी होगी। नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए सुबह साढ़े नौ से साढ़े 12 बजे तक परीक्षा आयोजित की जाएगी।