Breaking News

पैंगोंग में भारी नुकसान से बौखलाया चीन, भारतीय फौज ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संभाला मोर्चा

वॉशिंगटन। (Pangong Lake Clash) लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पिछले कई महीनों से जारी तनाव फिर से चरम पर है। भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं। गलवान के बाद पैंगोंग में भी भारी नुकसान उठाने के बाद चीन बौखलाया हुआ है। गलवान में उसे अपने 40 से ज्यादा जवान खोने पड़े थे तो पैंगोंग में उसकी सेना को पीछे धकेलते हुए भारतीय सेना ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपनी पैठ मजबूत कर ली है। सामरिक महत्व की कई ऊंची चोटियों पर मोर्चा संभाले भारतीय जवान चीनी सेना की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।

भारत और चीन के बीच ताजा तनाव पर अमेरिका का भी मानना है कि चीन ने जानबूझकर भारत को उकसाया और विवादित क्षेत्र में दाखिल हुआ। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक चीन अब इस बात से बौखलाया हुआ है कि उसके स्थानीय कमांडर ने भारत के साथ झड़प होने पर पीछे हटने का फैसला किया। गौरतलब है कि भारतीय सेना ने पैंगोंग शो झील के दक्षिणी किनारे चीनी सेना को खदेड़ते हुए अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

यूएस न्यूज ने अमेरिका की खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि अमेरिका का मानना है कि भारतीय सेना ने जमीन पर कोई नुकसान नहीं होने दिया। भारतीय सेना चीन के उकसावे के लिए तैयार थी। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जून में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के साथ ही कम से कम 35 सैनिक हताहत हुए थे जिसके बाद सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई थी।

खास बात यह है कि रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि पैंगोंग में पहले चीन ने ही उकसाने की कार्रवाई की लेकिन अमेरिका ने चीन के पहले के बर्ताव के आधार पर भारत का पक्ष लेने का फैसला किया है। अमेरिका के खुफिया अधिकारियों और स्थानीय विश्लेषक इस बात को समझ नहीं पाए हैं कि चीन जब हालात सामान्य करने की बात कर रहा है तो इस हमले का कारण क्या था। चीन के साथ तनाव के बीच मौजूदा वक्त में इस बात संभावना बढ़ गई है कि भारत के अमेरिका के साथ संबंध और बेहतर होंगे।

पेइचिंग के खिलाफ जाकर पीछे हटा कमांडर

अमेरिका की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन विवादित क्षेत्र में कैंप बना रहा था। हालांकि, तभी भारतीय सेना के आने से विवाद हो गया लेकिन आगे नहीं बढ़ा। दोनों सेनाएं तनाव बढ़ने से पहले ही पीछे हट गईं। चीन के एक अधिकारी ने अपनी सेना को पीछे हटने को कह दिया। अमेरिकी इंटेलिजेंस का मानना है कि पेइचिंग में उच्च मिलिट्री कमांड की राय से उलट कमांडर ने पीछे हटने का फैसला किया।

इससे पहले जून में गलवान घाटी (Glawan Valley Updates) में भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद चीनी सेना घबरा गई थी। दरअसल उस समय चीन के कम से कम 40 सैनिक मारे गए थे पर वहां की सरकार ने इस खबर को दबवा दिया था। लेकिन, इन सैनिकों की कब्रों की फोटो सामने आने के बाद हो रही जगहंसाई के चलते चीन सरकार बौखलाई हुई है और उसकी तरफ से लगातार अजीबो-गरीब बयान दिए जा रहे हैं।

gajendra tripathi

Recent Posts

जय नारायण में शिविर में स्काउट्स ने सीखा तम्बू निर्माण एवं प्राथमिक चिकित्सा

बरेली@BareillyLive. शहर के जयनारायण सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में जिला प्रशिक्षण आयुक्त पुष्पकांत शर्मा…

1 week ago

कमिश्नर और आईजी ने किया ककोड़ा मेला स्थल का निरीक्षण, दिये सुरक्षा एवं स्वच्छता पर विशेष निर्देश

हाई फ्लड लाइट और वॉच टावर की संख्या को बढ़ाने को कहा, मेला क्षेत्र में…

1 week ago

स्काउट एवं गाइड की जिला स्तरीय बीएसजी ज्ञान प्रतियोगिता सम्पन्न, विजेता राज्य स्तर पर प्रतिभाग करेंगे

बरेली@BareillyLive. उत्तर प्रदेश भारत स्काउट एवं गाइड के निर्देशन एवं जिला संस्था बरेली के तत्वावधान…

1 week ago

14 नवम्बर संकल्प : 1962 में कब्जायी भारत भूमि को चीन से वापस लेने की शपथ को पूरा करे सरकारः शैलेन्द्र

बरेली @BareillyLive. चीन द्वारा कब्जा की गई भारत की भूमि को मुक्त करने की मांग…

1 week ago

चौबारी मेले के कारण बरेली में 14 से रूट डायवर्जन, इन रास्तों से निकलें, भारी वाहनों की नो एंट्री

बरेली @BareillyLive. रामगंगा नदी के चौबारी मेले में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के कारण बरेली में…

1 week ago

भाजपा का लक्ष्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय को साकार करना : पवन शर्मा

Bareillylive : संगठन पर्व के चलते शहर के मीरगंज विधानसभा के मंडल मीरगंज व मंडल…

2 weeks ago