शाहजहांपुर। दिल्ली पुलिस को तहरीर देकर पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने के मामले में पुलिस अब एसआईटी के निर्देश का इंतजार कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और एसआईटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। एसआईटी का निर्देश मिलते ही मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़ाई जाएगी।

इस बीच एसआईटी ने एसएस लॉ कॉलेज के प्राचार्य को गुरुवार को कैंप ऑफिस में तलब किया जहां उनसे घंटों पूछताछ की गई। एसआईटी चिन्मयानंद से भी पूछताछ कर सकती है।

लॉ कॉलेज की छात्रा का मामला गर्माने और इसी कड़ी में  स्वामी चिन्मयानंद का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने उनसे पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी के सभी स्तरों के नेताओं के चुप्पी साधने से स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।

गौरतलब है कि स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली छात्रा एसआईटी की पूछताछ के बाद सोमवार को मीडिया के सामने आई था। उसने आरोप लगाया कि स्वामी चिन्मयानंद ने उसके साथ दुष्कर्म किया और एक साल तक उसका शारीरिक शोषण करते रहे। छात्रा ने दिल्ली में दुष्कर्म की तहरीर दी लेकिन अभी तक यह मामला शाहजहांपुर में दर्ज नहीं किया गया है। फेसबुक पर स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाने वाली छात्रा सोमवार को दोपहर ढाई बजे अपने घर पर मीडिया से रू-ब-रू हुई। उसने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी पर उसके पिता को धमकाने का आरोप भी लगाया जबकि स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में संदेह के घेरे में आए संजय को उसने भाई बताया। छात्रा का कहना है कि वह डर की वजह से संजय के साथ राजस्थान चले गई थी।

स्वामी चिन्मयानंद अब तक इस मामले में बहुत खामोश रहे हैं। वे केवल एक बार ही मीडिया के सामने आए और बहुत सधे हुए शब्दों में बोले थे। इसके बाद वह आधिकारिक तौर पर अब तक कुछ नहीं बोले हैं। उनका कहना है कि मामला सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की निगरानी में होने के कारण वह इस मामले में कुछ नहीं बोलना चाहते हैं। एसआईटी जो पूछेगी, उसका जवाब दिया जाएगा।

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